मोरिंगा का पानी है लाभकारी, शरीर के लिए रामबाण की तरह करता है काम
मोरिंगा ने खाद्य पदार्थों में अपनी जगह 'सुपरफूड' के रूप में अर्जित की है। यह एक खान-पान सामग्री है, जिसे कई अलग नामों से जाना जाता है। कुछ लोग इसे ड्रमस्टिक और सहजन तो कुछ सुजना और मुनगा भी कहते हैं। मोरिंगा का पानी एक रामबाण है, जो कई बिमारियों से लड़ सकता है। यह शरीर की सेहत के लिए गुणकारी है। मोरिंगा के पानी को डाइट में शामिल करने से ये लाभ मिलते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर
मोरिंगा का पानी जरूरी पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें पोटेशियम और कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन-A, विटामिन-C सहित विटामिन-E का समृद्ध मिश्रण होता है। पोषक तत्वों से भरपूर यह सुपरफूड स्वास्थ्य में योगदान देता है और विभिन्न शारीरिक कार्यों को सहयोग देता है। इसमें प्रमुख मात्रा में आइरन, मैग्नीशियम और जिंक शामिल होते है। इसके पत्तों में आयरन की मात्रा बेहद ज्यादा होती है, लिहाजा इसका सेवन पोषक तत्वों का भंडार है।
एंटीऑक्सीडेंट गुणों का खजाना
एंटीऑक्सीडेंट से लैस मोरिंगा का पानी तनाव से निपटने और शरीर में मुक्त कणों को बेअसर करने में भी मदद करता है। बता दें कि एंटीऑक्सीडेंट कोशिका क्षति को रोकने, एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने और यहां तक कि बुढ़ापे रोधी लाभों में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें एंटी-एजिंग गुण भी मौजूद होते हैं, जिससे उम्र बढ़ने के लक्षणों को टाला जा सकता है। बढ़ती उम्र के प्रभाव को ये जड़ी-बूटियां कम करती हैं।
सूजन रोधी गुण
मोरिंगा अपने सूजन-रोधी गुणों के लिए प्रसिद्ध है। इसका श्रेय क्वेरसेटिन और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे यौगिकों को जाता है। मोरिंगा पानी के नियमित सेवन से सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है। बता दें, शरीर में सूजन बढ़ने से हृदय, लीवर और गुर्दे से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा रहता है। ऐसे में मोरिंगा शरीर की सूजन और अनचाहे मोटापे को रोकने में भी सहायक है। ये आदतें आपका मोटापा बढ़ाने की वजह हो सकती हैं।
मधुमेह के लिए रामबाण
विशेषज्ञों के मुताबिक, मधुमेह के मरीजों को मोरिंगा का पानी अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर को संतुलित किया जा सकता है। इसका कारण है कि मोरिंगा के पानी में मौजूद तत्व प्राकृतिक तौर से ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य करते हैं। इसकी पत्तियों में आइसोथियोसाइनेट नामक एक रासायनिक यौगिक मौजूद होता है, जो मधुमेह को नियंत्रण करने में मदद करता है।
शरीर को करता है शुद्ध
मोरिंगा की हरी पत्तियां इस बात का संकेत देती हैं कि यह क्लोरोफिल से लैस है। क्लोरोफिल अपने विषहरण गुणों के लिए जाना जाता है। यह शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थों से लड़ता है और शरीर को शुद्ध करने में मदद करता है। मोरिंगा पानी का सेवन शरीर में फुर्ती और ताजगी लाता है। इसी कारण से इसके सेवन से शरीर स्वस्थ और तंदरुस्त रहता है।