इन नुस्खों की मदद से गर्दन के दर्द को करें दूर, जल्द मिलेगा आराम
आधुनिक टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को आसान बनाया है, लेकिन इसका लगातार इस्तेमाल हमारे शरीर पर खासा असर डाल रहा है। लैपटॉप या कंप्यूटर पर रोजाना काम करते रहने से गर्दन, पीठ और कंधों में दर्द होता रहता है। तकनीक के अलावा तनाव भी एक प्रमुख कारण है, जो हमारी गर्दन पर असर डालता है और मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करता है। अगर आपकी गर्दन में भी दर्द बना रहता है तो इन टिप्स के जरिए आराम मिल सकता है।
बनाए रखें शरीर की सही मुद्रा
अक्सर आराम के चलते लोग पीठ और गर्दन झुकाकर या दीवार आदि से सटकर बैठते हैं, जिससे दर्द होता है। गर्दन और पीठ में उठने वाले दर्द को ठीक करने के लिए शरीर की मुद्रा पर ध्यान देना सबसे जरूरी है। आप बैठते वक्त अपनी पीठ और गर्दन को सीधा रखें। सही मुद्रा बनाए रखने से गर्दन, पीठ और मांसपेशियों के दर्द के साथ-साथ मांसपेशियों में खिंचाव से बचने में भी मदद मिल सकती है।
गर्दन की एक्सरसाइज करें
कंप्यूटर या फोन के उपयोग के दौरान गर्दन के खिंचाव या झुकाव को ठीक करने के लिए आप एक्सरसाइज का सहारा ले सकते हैं। 10 से 15 मिनट तक गर्दन में खिचाव लाने वाले व्यायाम का अभ्यास करना सही रहेगा। आप ऑफिस में बैठे हुए अपनी गर्दन को चारों ओर कुछ देर के लिए घुमाकर भी एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे गले की अकड़न और तनाव कम करने में मदद मिल सकती है।
लें संतुलित और स्वस्थ आहार
हमारी रोजाना की डाइट हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। गर्दन में होने वाले दर्द को कम करने के लिए भी आपको पौष्टिक और संतुलित आहार लेना चाहिए। अपने खान-पान में हरी और स्वस्थ सब्जियां, अनाज, फल, सूखे मेवे और दूध को शामिल करें। डाइट में मिठाई, जंक फूड और कैफीन का सेवन कम करें। इसके अलावा आपको धूम्रपान, तंबाकू और शराब आदि से खास तौर पर दूर रहना चाहिए।
सोने की मुद्रा पर भी दें ध्यान
जब आप सोते हैं तो आपका सिर और गर्दन गलत मुद्रा में होने के कारण दर्द करने लगता है। अपने शरीर और गर्दन के हिसाब से सही तकिया का चुनाव करें। तकिए से हमारा सिर ऊंचा होता है, जिसके गलत चुनाव से गर्दन का दर्द और भी प्रभावित हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हमें सोते वक्त अपनी गर्दन को शरीर से करीब 3 इंच ऊंचा रखना चाहिए। जानें- सोते वक्त चक्कर आने के कारण।
फिजियोथेरेपी
फिजियोथेरेपी गर्दन की परेशानी को ठीक करने के लिए सबसे पसंदीदा तरकीबों में से एक है। इसका मुख्य लक्ष्य गर्दन की मांसपेशियों और टेंडन (मजबूत और लचीले ऊतक जो आपकी मांसपेशियों को आपकी हड्डियों से जोड़ती हैं) को मजबूत करना और फैलाना है। गर्दन के दर्द को दूर करने के लिए अधिकांश फिजियोथेरेपी में गर्दन को खींचने की एक्सरसाइज से शुरुआत की जाती है और कई उपचार किए जाते हैं।