सोते वक्त चक्कर आते हैं तो हो जाएं सावधान, ये बीमारियां हो सकती हैं कारण
चक्कर आना एक परेशान करने वाला लक्षण है, जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। चक्कर आने की परेशानी आमतौर पर अचानक उठने या कमजोरी होने के कारण होती है। इससे हमारी दिनचर्या सीधे तौर पर प्रभावित होती है। कुछ लोगों को रात में सोते वक्त भी चक्कर महसूस होते हैं। इसका एक कारण वर्टिगो भी हो सकती है। आज हम आपको बताएंगे कि लेटे-लेटे चक्कर आने की क्या-क्या वजहें हो सकती हैं।
वर्टिगो
वर्टिगो सरल शब्दों में एक ऐसी बीमारी है, जिसमें आपका सिर घूमता महसूस होता है और चक्कर आने की अनुभूति होती है। इसमें ऐसा महसूस होता है कि चारों ओर सभी चीजे हिल रही हैं। बिस्तर पर लेटने से सिर हिल सकता है, जिससे चक्कर आ सकता है। वर्टिगो का सबसे आम प्रकार पैरॉक्सिस्मल पोजिशनल वर्टिगो (BPPV) है। यह बिस्तर पर लेटने, अपनी करवट बदलने या ऊपर देखने के लिए अपना सिर हल्के से उठाने पर उत्पन्न हो सकता है।
रक्तचाप का कम होना
सोते समय कई बार अचानक से आपका सिर घूमने लगता है। इसके साथ ही हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगते हैं और शरीर में खून का बहाव महसूस होता है। यह परेशानी रक्तचाप में गिरावट के कारण हो सकती है। रक्तचाप का कम होना शरीर में कमजोरी पैदा करता है। इससे चक्कर के साथ-साथ उल्टी भी आती है। इससे बचने के लिए नींद लेते वक्त अचानक करवट न बदलें और धीरे-धीरे मुड़ें। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना रक्तचाप को बढ़ा सकता है।
कान से जुड़ी परेशानियां
हमारे कान पूरे शरीर का संतुलन बनाए रखते हैं। दोनों में से किसी एक कान में भी दिक्क्त होने से शरीर का संतुलन प्रभावित हो सकता है। कान से जुड़ी परेशानियां चक्कर का एक मुख्य कारण हो सकती है। कई बार जुकाम और खांसी के वक्त कान बंद हो जाते हैं। इस वक्त कानों में बलगम जम जाता है, जिससे चक्कर आ सकते हैं। इसके अलावा कानों में महीन क्रिस्टल बनने से भी चक्कर आ सकते हैं।
खून की कमी
जिन लोगों के शरीर में खून की कमी होती है, उन्हें आमतौर पर चक्कर आते हैं। यह सोते वक्त चक्कर महसूस करने का भी बड़ा कारण हो सकता है। खून की कमी से कमजोरी होती है। ऐसे में आपके शरीर की तेज गति से काम करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। यह एक बीमारी है, जिसे एनीमिया कहते हैं, जिसकी वजह से सोते हुए भी चक्कर आते हैं। इससे निपटने के लिए खान-पान में पौष्टिक चीजें शामिल करें।
वेस्टिबुलर विकार
वेस्टिब्यूल भीतरी कान का एक हिस्सा है। इसमें संतुलन करने वाले अंग होते हैं। यह वेस्टिब्युलर तंत्रिका के जरिए दिमाग से जुड़ा होता है। वेस्टिबुलर न्यूरोनाइटिस एक बीमारी है, जिसमें कई दिनों तक चक्कर आ सकते हैं। इस बीमारी के शुरूआती दिनों में ज्यादा चक्कर आते हैं। इसमें दिमाग संबंधी दिक्क्तें भी शामिल हो सकती हैं, जैसे दिमाग में खून का जम जाना। इस परेशानी के दौरान डॉक्टर की सलाह लेना उचित है।