सर्दियों में धूप में बैठकर इन खाद्य पदार्थों को खाएं, मजा हो जाएगा दोगुना
क्या है खबर?
सर्दियों में जब भी धूप निकलती है तो ज्यादातर लोग अपनी बालकनी या छत पर बैठकर धूप लेना पसंद करते हैं।
ठंडक में यही समय सबसे अच्छा होता है और इस दौरान लोग एक-दूसरे से बात करना, किताबें पढ़ना या स्वेटर बुनने जैसे काम करते हैं।
अब ऐसे वक्त पर अगर कुछ स्वस्थ और स्वादिष्ट स्नैक्स मिल जाए तो मजा दोगुना हो जाता है।
आइये आज ऐसे 5 खाद्य पदार्थ जानें, जिनका आनंद आप धूप में बैठकर ले सकते हैं।
#1
संतरा
सेहत के लिहाज से सर्दियों में खाने के लिए संतरा सबसे बढ़िया फल है, इसलिए धूप में बैठकर इस खट्टे फल का आनंद जरूर लें।
इसमें विटामिन D और C दोनों की मात्रा भरपूर होती है। इसके सेवन से आपको सर्दियों में विटामिन-D की कमी नहीं होती है।
इसके अलावा जब आप संतरा खाते हैं तो इसकी सुगंध हवा में फैल जाती है, जिससे आप आलसी महसूस नहीं करते हैं।
#2
मूंगफली
सर्दियों के मौसम में गरमागरम मूंगफली खाना भला किसे पसंद नहीं होता है। यह सस्ते दाम में मिल जाती है और बादाम जितनी पौष्टिक होती है, इसलिए धूप में बैठे तो मूंगफली का सेवन जरूर करें।
ये स्वाद में तो अच्छी होती ही हैं, साथ ही इनमें प्रोटीन और विटामिन्स जैसे कई पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं, जो सर्दियों में इसे स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्स बनाती है।
#3
गन्ने का रस
अगर आपको ताजा निचोड़ा हुआ जूस पीना पसंद है तो सर्दी गन्ने का रस पीने का सही समय है, खासतौर पर जब आप सूरज की धूप का आनंद लेते हैं।
इसके लिए अपने घर के आसपास किसी जूस बेचने वाले विक्रेता से संपर्क बनाए रखें और उनसे ताजा जूस निकलवाकर पीये।
गन्ने का रस इन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाए रखने में मदद कर सकता है।
#4
गजक, रेवड़ी और चिक्की
जो लोग मीठा खाने के शौकीन हैं, यह समय उनके लिए सबसे सही है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि जनवरी में लोहड़ी और मकर संक्रांति जैसे त्योहार होते हैं और ये त्योहार रेवड़ी, गजक और चिक्की के बिना अधूरे हैं।
ऐसे में आप सर्दी की धूप में बैठकर इन व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।
#5
मसाला चाय
सर्दियों में मसाला चाय की चुस्की लेना हर कोई पसंद करता है, लेकिन इस पेय को धूप में बैठकर पीने का एक अलग ही मजा है।
इसे बनाने के लिए अपनी नियमित चाय में आपको बस इलायची पाउडर, दालचीनी पाउडर और कद्दूकस किया हुआ अदरक मिलाना है।
हालांकि, सर्दियों में इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, वरना स्वास्थ्य से जुड़े ये नुकसान हो सकते हैं।