सर्दियों के दौरान अपने गार्डन में उगाएं ये 5 सब्जियां
सर्दियों में कंबल में बैठना और मौसमी सब्जियों का सेवन शरीर को कई जरूरी पोषक तत्वों के साथ-साथ मन को काफी सुकून भी देता है। लेकिन कितना अच्छा हो, अगर मौसमी सब्जियां अपने ही गार्डन से आए? जी हां, आप चाहें तो अपने गार्डन में सर्दियों की सब्जियों को आसानी से उगा सकते हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसी मौसमी सब्जियों के बारे में बताते हैं, जिन्हें सर्दियों के दौरान गार्डन में उगाकर आप उनका सेवन कर सकते हैं।
पालक
इसके लिए सबसे पहले अपने गार्डन की एक ऐसी जगह को चुनें, जहां पालक को पर्याप्त हवा और धूप मिले। इसके बाद उस जगह पर जैविक खाद के साथ मिट्टी मिलाकर डालें। फिर पालक के बीजों को आधा इंच गहरी मिट्टी में डालें और ध्यान रखें कि प्रत्येक के बीच लगभग तीन-चार इंच का गैप होना चाहिए। इसके बाद इसे तभी पानी दें, जब आपको इसकी मिट्टी नम लगे। 40-60 दिनों में पालक कटाई करने लायक हो जाएगा।
लेट्यूस
सबसे पहले गार्डन में मिट्टी और जैविक खाद मिलाकर डालें। इसके बाद इस पर एक इंच की दूरी पर लेट्यूस के बीज छिड़कें और इस पर पानी का छिड़काव भी करें। इस सब्जी को पर्याप्त धूप की भी जरूरत होती है। ये बीज 7-10 दिनों के अंदर अंकुरित होने लगते हैं और अंकुरण के बाद बीजों से पत्ते भी लगने लगते हैं।
ब्रोकली
ब्रोकली के लिए अपने गार्डन की धूप वाली जगह चुनें और वहां पर दोमट मिट्टी डालें। बता दें कि दोमट मिट्टी नमी को बनाए रखती है और उचित जल निकासी भी करती है। इसके साथ ही इससे पौधों की जड़ों तक हवा का प्रवाह भी अच्छे से पहुंचता है। इसके बाद ब्रोकली के बीजों को एक दूसरे से लगभग12 से 20 इंच की दूरी पर बोएं। फिर इस सब्जी को हफ्ते में दो बार पानी दें।
केल
इस सब्जी के लिए सबसे पहले एक 12 इंच गहरा कंटेनर चुनें। इसके बाद केल के बीजों को लगभग आधा इंच गहरी अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में बोएं, जिसका पीएच स्तर 5.6 से 6.8 के बीच हो। कंटेनर को ऐसे स्थान पर रखें, जहां कम से कम 8 से 10 घंटे के लिए सूरज की रोशनी सबसे ज्यादा पड़े। इसके अतिरिक्त, इस सब्जी को रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी दें।
हरी मटर
सबसे पहले गार्डन की किसी ऐसी जगह का चयन करें, जहां कम से कम छह-आठ घंटे हरी मटर को धूप मिले। हरी मटर दोमट मिट्टी में अच्छी तरह से पनपती है। मटर के बीजों को आधा इंच गहरी मिट्टी में डालें। इसके बाद इसे तभी पानी दें, जब आपको इसकी मिट्टी नम लगे। इस तरह से आपको जल्द ही सर्दियों में खुद उगाई हरी मटर खाने का मौका मिलेगा।