मक्के की रोटी के सेवन से मिलते हैं ये 5 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ
सर्दी के मौसम में जहां गर्मागर्म सूप शरीर को गर्माहट देता है, वहीं सरसों के साग के साथ मक्के की रोटी ठंड का मजा बढ़ा देती है। हालांकि, क्या आपको पता है कि मक्के की रोटी न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि इसके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं। मक्के की रोटी ग्लूटेन-मुक्त मक्के के आटे का इस्तेमाल करके बनाई जाती है। आइए जानते हैं कि इससे क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
वजन नियंत्रित करने में है सहायक
बढ़ते वजन से परेशान लोगों के लिए भी मक्के की रोटी का सेवन एक आसान और उत्तम उपाय साबित हो सकता है। दरअसल, इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कि वजन घटाने के साथ ही उसे कम करने में भी मदद कर सकता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म के स्तर को बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा कैलोरी जलाने में सहायक है।
गर्भवती महिलाओं के लिए है लाभकारी
गर्भावस्था के दौरान भी मक्के की रोटी का सेवन करना लाभदायक हो सकता है क्योंकि इसमें कैल्शियम, आयरन और फोलिक एसिड के साथ-साथ विटामिन C, D, A और B-12 पाया जाता है। ये सभी पोषक तत्व गर्भावस्था में भी उपयोगी माने जाते हैं। इसके साथ ही इसमें मौजूद फोलिक एसिड और विटामिन-B होने वाले शिशु में न्यूरल ट्यूब दोष से बचाने में मदद करते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं को तो मक्के की रोटी का सेवन जरूर करना चाहिए।
पाचन क्रिया के लिए है अच्छा
जिन लोगों को अकसर पाचन संबंधी परेशानियां होती हैं, उनके लिए भी मक्के की रोटी का सेवन करना अच्छा है। इसमें डाइटरी फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो इसे आंत के स्वास्थ्य के लिए अच्छा बनाता है। इसका सेवन कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके साथ ही आपके पेट को देर तक भरा हुआ रखता है, जिससे आप अतिरिक्त खाने से भी बचे रहते हैं।
हृदय स्वास्थ्य के लिए है फायदेमंद
मक्के की रोटी स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है क्योंकि यह ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो LDL यानी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। इससे कई तरह के हृदय रोग जैसे अवरुद्ध धमनियों, दिल की धड़कन रुकना, रक्तचाप, स्ट्रोक आदि से पीड़ित होने की संभावना कम हो जाती है। इसके लिए मक्के की रोटी पर सफेद मक्खन को रखकर खाएं।
मधुमेह रोगियों के लिए भी है बेहतरीन
मक्के की रोटी का सेवन मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए काफी लाभदायक हो सकता है क्योंकि यह फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और विटामिन से समृद्ध स्रोत है। ये पोषक गुण शरीर में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाकर मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक हैं। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि मक्के की रोटी ब्लड शुगर को स्थिर रखने में प्रभावी है।