घास पर नंगे पैर चलने से मिलते हैं कई फायदे, जानिए इसके लिए सही समय
घास पर नंगे पैर चलने की गतिविधि काफी लंबे समय से लोगों द्वारा अपनाई जा रही है, जो मनुष्य और प्रकृति के बीच गहरे संबंध को दर्शाती है। इसके लिए सुबह का समय काफी अच्छा माना जाता है, जब घास थोड़ी गीली होती है और उस पर नंगे पैर चलने से पूरे शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं कि रोजाना 10 से 15 मिनट घास पर नंगे पैर चलने से क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
शरीर को मिलता है ग्राउंडिंग प्रभाव
घास पर नंगे पैर चलने से शरीर का जमीन से शक्तिशाली कनेक्शन बनता है, जिसे ग्राउंडिंग या अर्थिंग कहा जाता है। इस विशेष स्थिति में शरीर और पृथ्वी की सतह के बीच सीधा संपर्क होता है, जिससे मुक्त इलेक्ट्रॉन जमीन से शरीर में जाते हैं। ये मुक्त इलेक्ट्रॉन सूजन को कम करने, नींद की गुणवत्ता को सुधारने और शरीर के प्राकृतिक विद्युत संतुलन को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
तनाव और चिंता को करें दूर
घास पर नंगे पैर चलने और उस पर सूरज की रोशनी पड़ने से दिमाग शांत रहता है। ऐसे वातावरण में अपने दिन की शुरुआत करने से आप दिनभर तरोताजा महसूस करेंगे और तनाव और चिंता से भी दूर रहेंगे। इसके अलावा आपके पैरों को ताजी हवा मिलेगी और आपकी सारी थकान और शरीर का दर्द दूर हो जाएगा। इससे आप पूरा दिन ऊर्जावान महसूस करेंगे।
आंखों की रोशनी में हो सकता है सुधार
शायद आप इस बात से वाकिफ न हो, लेकिन पैरों में ऐसे कई रिफ्लेक्सोलॉजी पॉइंट्स होते हैं, जो आंखों सहित शरीर के कई अंगों से जुड़े होते हैं। घास पर नंगे पैर चलने से पैर की पहली, दूसरी और तीसरी उंगलियों पर दबाव पड़ता है, जो आंखों की रोशनी के लिए मुख्य रिफ्लेक्सोलॉजी प्वाइंट्स हैं। इनके दबाव से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। इसके अलावा घास के हरे रंग को देखकर आंखों को आराम भी मिलता है।
इम्यूनिटी को मिल सकता है बढ़ावा
घास और उसकी मिट्टी में मौजूद विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों के संपर्क में आने से इम्यूनिटी को मजबूती मिल सकती है और बीमारियों के प्रति संवेदनशीलता में सुधार हो सकता है। दरअसल, ये सूक्ष्मजीव पैरों में मौजूद ऐसे रिफ्लेक्सोलॉजी पॉइंट्स पर काम करते हैं, जो स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम का समर्थन करने में मदद कर सकते हैं। इससे पाचन ठीक रहता है और अगर पाचन ठीक रहेगा तो शरीर को हर चीज का भरपूर पोषण मिलेगा, जिससे इन्यूनिटी भी मजबूत रहेगी।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी है अच्छा
आप जितना प्राकृति से जुड़े रहेंगे, आपका दिल और दिमाग उतना ही शांत रहेगा। आप डिप्रेशन जैसी समस्याओं से दूर रहेंगे। घास पर नंगे पैर चलने से आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा और बेहतर होगा। इसके अलावा आपका स्वभाव भी नरम रहेगा। वहीं हरियाली के बीच बैठने और टहलने से आप अन्य बीमारियों से भी दूर रहेंगे। डॉक्टर अक्सर मधुमेह जैसी बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को घास पर नंगे पैर चलने की सलाह देते हैं।