डाइट में शामिल करें मिश्रीकंद, मिल सकते हैं कई फायदे
मिश्रीकंद को जिकामा के नाम से जाना जाता है और यह एक जड़ वाली सब्जी है। आलू की तरह दिखने वाली यह सब्जी अंदर से सफेद रंग की होती है, जो स्वाद और स्वास्थ्य लाभ का एक अनूठा संयोजन प्रदान करती है। इसके पोषण तत्वों की बात करें तो यह विटामिन-C, विटामिन-B6, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम, प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर होती है। आइए जानते हैं कि डाइट में मिश्रीकंद को शामिल करने से क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
वजन घटाने में है कारगर
वजन को बढ़ने से रोकने में मिश्रीकंद का सेवन मदद कर सकता है। इसका कारण है कि यह पानी और फाइबर से भरपूर होती है, जो पेट को काफी देर तक भरा रखता है और इस वजह से आप ओवरईटिंग से बचकर अपने वजन घटाने सकते हैं। इसके अतिरिक्त यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में सक्षम है, जिससे शरीर में मौजूद अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है।
पाचन के लिए है लाभदायक
मिश्रीकंद में प्रीबायोटिक्स होता है, जो इसे पाचन के लिए आदर्श बनाती है। प्रीबायोटिक्स कब्ज से सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं, वहीं इसमें मौजूद अच्छे बैक्टीरिया आंत को स्वस्थ रखने में भी सहायक है। मिश्रीकंद का सेवन एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्रो इसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) से बचाने और कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम कम करने में भी मदद कर सकता है। यहां जानिए पाचन को दुरुस्त रखने वाले खाद्य पदार्थ।
खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में है सहायक
मिश्रीकंद में फ्लेवोनोइड्स और बायोफ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करके खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो दिल के दौरे और अन्य हृदय रोग का खतरा दूर करने में सहायक हो सकते हैं। साथ ही इसमें पोटैशियम की अच्छी खासी मात्रा मौजूद होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है।
हड्डियों को स्वस्थ रखने में है प्रभावी
मिश्रीकंद का सेवन हड्डियों को स्वस्थ रखने में भी सहायता कर सकता है। इसमें मैग्नीशियम और कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों के विकास के साथ ही इन्हें मजबूती प्रदान करने में सहायक हैं। इसके अलावा मिश्रीकंद में मौजूद मैग्नीशियम ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों की रोकथाम में मदद करता है। इस बीमारी के कारण हड्डियां कमजोर और नाजुक हो जाती हैं। यहां जानिए ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें।
किडनी की कर सकता है सुरक्षा
मिश्रीकंद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) को रोकने में मदद करते हैं, जो किडनी पर दबाव डाल सकता है। हानिकारक बैक्टीरिया को रोककर मिश्रीकंद किडनी से संबंधित समस्याओं के जोखिम को कम करती हैं। इसके अलावा इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण किडनी के स्वास्थ्य में योगदान दे सकते हैं। हालांकि, किडनी रोगी डॉक्टर की सलाह के बाद ही अपनी डाइट में मिश्रीकंद को शामिल करें।