
ओडिशा में छात्रा आत्मदाह का मामला: शिकायत की पुष्टि न होने पर छात्रा ने दी जान
क्या है खबर?
ओडिशा के बालासोर में फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की Bed द्वितीय वर्ष की छात्रा के आत्मदाह के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। ओडिशा अपराध शाखा के महानिदेशक विनयतोष मिश्रा ने कहा कि छात्रा की शिकायत पर कॉलेज की आतंरिक समिति ने जो जांच की थी, उसमें सही नहीं ठहराया था। उन्होंने बताया कि मामले में गवाहों के बयानों में काफी विसंगतियां थीं, जिसके बाद छात्रा ने यह खौफनाक कदम उठाया था।
आत्महत्या
पुलिस ने क्या बताया कारण?
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने छात्रा की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आंतरिक जांच कराई गई थी, जांच दल ने उनकी शिकायत को सही नहीं ठहराया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि छात्रा का यह कदम उनकी शिकायत को सही न ठहराए जाने की प्रतिक्रिया स्वरूप उठाया गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर, समिति के समक्ष और पुलिस के समक्ष लोगों द्वारा दिए गए बयानों में एक ही व्यक्ति की ओर से विरोधाभास दिखाई देता है।
जांच
समिति ने दर्ज किए थे 80 से 90 लोगों के बयान- पुलिस
अपराध शाखा की महिला और बाल अपराध शाखा की ओर से इस मामले में जांच चल रही है, जिसको लेकर पुलिस महानिदेशक मिश्रा जानकारी दे रहे थे। शाखा ने छात्रा के आत्मदाह के 5 दिन बाद 17 जुलाई को जांच शुरू की है। उन्होंने बताया कि छात्रा की शिकायत पर कॉलेज ने समिति गठित करके जांच की थी, जिसमें 80-90 लोगों के बयान दर्ज किए थे। हर बयान का गहन विश्लेषण आवश्यक है ताकि पुलिस सही निष्कर्ष पर पहुंच सकें।
जांच
कई अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है पुलिस
मिश्रा ने बताया कि रिपोर्ट आने के बाद छात्रा प्रिंसिपल से मिलने गई थी और उसके बाद क्या हुआ, यह पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले में कॉलेज स्टाफ और प्रशासन के बयान भी दर्ज हो रहे हैं और यह पता लगाने का प्रयास हो रहा है कि क्या पीड़िता को यह कदम उठाने के लिए उकसाया गया था। उन्होंने कहा कि कोई निर्दोष व्यक्ति न फंसे, इसलिए स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो रही है।
घटना
क्या है मामला?
फकीर मोहन स्वायत्त महाविद्यालय की Bed द्वितीय वर्ष की छात्रा काफी समय से अपने विभागाध्यक्ष से परेशान थी। छात्रा ने प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न और परीक्षा में फेल करने की धमकी देने का आरोप लगाया था। पिछले हफ्ते शनिवार को छात्रा ने प्रिसिंपल से मुलाकात के बाद आत्मदाह कर लिया। उसकी सोमवार को भुवनेश्वर AIIMS में मौत हो गई। छात्रा की मौत के बाद ओडिशा में राजनीतिक बवाल छिड़ गया है। विपक्ष भाजपा सरकार पर हावी है।