गले में जमे बलगम से हैं परेशान? इन 5 कारणों से होती है यह परेशानी
क्या है खबर?
सर्दी-जुकाम होने पर गले में जमा हुआ बलगम सबसे ज्यादा परेशान करता है। यह बदलते मौसम के दौरान होने वाली बड़ी परेशानी है।
गले में जमा बलगम हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करता है। यह खांसी, सांस लेने में तकलीफ और बोलने में परेशानी का कारण बनता है।
मामूली सर्दी-जुकाम के अलावा बलगम जमने के कई कारण हो सकते हैं। आइए इन कारणों और इनसे निजात पाने की टिप्स के विषय में जानते हैं।
#1
एलर्जी
किसी चीज से एलर्जी होने से भी बलगम जम सकता है। पराग, धूल के कण या पालतू जानवरों के बाल जैसे कणों से एलर्जी होती है, जो नाक के मार्ग और साइनस में सूजन पैदा कर सकती है।
शरीर से एलर्जी पैदा करने वाले कारकों को बाहर निकालने के लिए श्लेष्मा झिल्ली बलगम पैदा करने लगती है।
इसलिए बंद नाक और बहती हुई नाक का अनुभव हो सकता है। इससे बचने के लिए आप मास्क पहनकर बाहर जाएं।
#2
धूम्रपान
धूम्रपान करना आपके श्वसन पथ को प्रभावित कर सकता है। सिगरेट के धुएं में मौजूद रसायन श्लेष्म झिल्ली को परेशान करते हैं, जिससे शरीर की सुरक्षा के रूप में अधिक बलगम का उत्पादन होता है।
लगातार धूम्रपान करने से श्वसन संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है। इससे खांसी आना शुरू हो जाती है और ज्यादा बलगम जमता है।
बलगम उत्पादन को रोकने के लिए धूम्रपान छोड़ने पर विचार करें। पैसिव स्मोकिंग भी आपको बलगम समेत कई नुकसान पहुंचा सकती है।
#3
डिहाइड्रेशन
बलगम की मात्रा को कम करने के लिए पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो बलगम गाढ़ा और चिपचिपा हो सकता है। इससे बीमार करने वाले पदार्थों को बाहर निकालना कठिन हो जाता है।
डिहाइ्ड्रेशन श्लेष्म झिल्ली की कार्यप्रणाली को बिगाड़ सकता है, जिससे पर्याप्त मात्रा में बलगम पैदा करने की क्षमता कम हो जाती है।
पूरे दिन पर्याप्त पानी पीने से इससे मुक्ति मिल सकती है।
#4
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD)
GERD एक पाचन संबंधी समस्या है, जिसमें पेट का एसिड अन्नप्रणाली में वापस चला जाता है। इससे सीने में जलन और दर्द जैसे लक्षण होते हैं।
कुछ मामलों में यह ऊपरी श्वसन पथ तक पहुंच सकता है और श्लेष्म झिल्ली को परेशान कर सकता है। इसके कारण अत्यधिक बलगम उत्पादन हो सकता है।
GERD से संबंधित सूजन लैरिंजोफैरिंजियल रिफ्लक्स (LPR) जैसी बीमारियों में योगदान दे सकती है, जिसमें गले में बलगम का उत्पादन बढ़ जाता है।
#5
श्वसन प्रणाली में संक्रमण
सर्दी, इन्फ्लूएंजा, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसे श्वसन संक्रमण बलगम के सबसे आम कारणों में से हैं।
जब शरीर श्वसन पथ में वायरस या बैक्टीरिया की उपस्थिति का पता लगाता है तो यह इन आक्रमणकारियों को बाहर निकालने के लिए बलगम उत्पादन बढ़ा देता है।
सर्दी-जुकाम या बुखार से बचने के लिए खुद को बदलते मौसम के वक्त ठंडी चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। साथ ही आप बुखार से पीड़ित व्यक्तियों से भी दूर रहें।
#6
गले में जमे बलगम से निपटने के उपाय
1-पानी पीने से बलगम को पतला करने में मदद मिलती है, जिससे उसे बाहर निकालना आसान हो जाता है।
2-नम हवा के लिए ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें।
3-नमक के पानी से गरारे करने से बलगम को कम करने में मदद मिल सकती है।
4-धुएं, वायु प्रदूषकों और अन्य परेशानियों से दूर रहें, जो बलगम उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।
5-अपने सिर को हल्का-सा ऊंचा करके सोने से रातभर गले में बलगम जमा नहीं होता।