पाचन को दुरुस्त रखने में सहायक हैं ये खाद्य पदार्थ, डाइट में करें शामिल
पाचन क्रिया खाने को पचाकर इसे पोषक तत्वों में बदलती है। ये पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ देने में भी सहायक होते हैं। लेकिन अगर किसी कारण से पाचन क्रिया प्रभावित हो जाए तो इससे अपच और डायरिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचे रहने के लिए आपको रोजाना पाचन को दुरुस्त रखने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आइए ऐसे ही कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में जानते हैं।
केला
पाचन क्रिया के लिए केले का सेवन बहुत लाभदायक होता है। केला फाइबर और पेक्टिन से समृद्ध होता है जो पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद कर सकते हैं। फाइबर की वजह से भोजन सही तरीके से पच जाता है और पेक्टिन के कारण मल निकासी की प्रक्रिया आसान हो जाती है। इसके अलावा केले में रेसिस्टेंट स्टार्च होता है जो पेट के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसलिए रोजाना कम से कम एक केले का सेवन जरूर करें।
योगर्ट
रोजाना एक कटोरी योगर्ट का सेवन भी पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में काफी मदद कर सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि इसमें प्रोबायोटिक गुण होते हैं जो शरीर में लैक्टिक एसिड का उत्पादन बढ़ाकर पाचन क्रिया को बेहतर करने का काम करते हैं और आंत को संक्रमण से बचाते हैं। हालांकि ध्यान रखें कि मार्केट में मिलने वाले सभी योगर्ट प्रोबायोटिक्स से युक्त नहीं होते हैं, इसलिए इन्हें खरीदने से पहले इनके लेबल को अच्छे से पढ़ें।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी और बथुआ जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां न सिर्फ फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत होती हैं, बल्कि ये विटामिन-C, विटामिन-K, विटामिन-A और फोलेट जैसे पोषक तत्वों से भी समृद्ध होती है जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। इसके अलावा हरी सब्जियां शरीर की कई जरूरतों को भी पूरा कर सकती हैं और कई तरह की बीमारियों और संक्रमण से बचाकर रखने में भी मदद कर सकती हैं।
साबुत अनाज
साबुत अनाज भी पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें भी भरपूर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। फाइबर पाचन क्रिया को मजबूत करता है और चयापचय यानि मेटाबॉलिज्म की क्रिया में सुधार करता है। इसके अलावा फाइबर कब्ज की समस्या भी दूर करता है और आंत के फायदेमंद बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसलिए अपनी डाइट में साबुत अनाज को जरूर शामिल करें।