सर्दियों में सफेद तिल खाने से मिल सकते हैं ये 5 प्रमुख लाभ
क्या है खबर?
सर्दियों में लोहड़ी और मकर संक्रांति जैसे त्योहारों पर सफेद तिल से तरह-तरह के व्यंजन बनाना शुभ माना जाता है और इस दौरान इसका सेवन करना भी लाभदायक है।
इसका कारण है कि ये कई पोषक तत्वों से भरपूर हाते हैं, वहीं इसकी गर्म तासीर इसे सर्दियों के लिए आदर्श बनाती है।
आइए जानते हैं कि सर्दियों के दौरान सफेद तिल का सीमित मात्रा में सेवन करने से क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
#1
शरीर को देता है गर्माहट
कई अध्ययनों के अनुसार, सफेद तिल की तासीर गर्म होती है और इसके सेवन से शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है।
इसके अतिरिक्त यह रक्त वाहिकाओं की सफाई करने में सहायक है, जो ठंड के कारण सिकुड़ जाती हैं। यह ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में भी सहायक है।
सफेद तिल में आयरन पोटेशियम, कैल्शियम जैसे कई आवश्य खनिज भी मौजूद होते हैं, जो इसके सेवन को और भी अधिक स्वास्थ्यवर्धक बनाते हैं।
#2
मधुमेह का खतरा कम करने में सहायक
सफेद तिल में मैग्नीशियम और कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जिन्हें मधुमेह से लड़ने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
यही नहीं, सफेद तिल से बनाए जाने वाले तेल का उपयोग हाइपरसेंसिटिव मधुमेह रोगियों में ब्लड प्रेशर और प्लाज्मा ग्लूकोज को कम करने में भी प्रभावी पाया गया है।
हालांकि, मधुमेह रोगी डॉक्टरी सलाह के बाद ही इसे अपनी डाइट में शामिल करें।
#3
हृदय स्वास्थ्य के लिए है लाभदायक
सफेद तिल में सीसमोल नामक एक खास एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक होता है, जो एंटी-एथेरोजेनिक गुणों की तरह काम करके हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।
इसके अतिरिक्त सफदे तिल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड मौजूद होता है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
यह कोरोनरी धमनी रोग और स्ट्रोक जैसे हृदय रोग होने की संभावना को कम करने में भी सहायक है।
#4
खांसी-जुकाम से दिलाएं जल्द राहत
सफदे तिल की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से इसका सेवन कफ, खांसी-जुकाम आदि से जल्द राहत दिला सकता है।
हालांकि, जुकाम के दौरान कच्चे सफदे तिल खाने से बचें और हो सके तो इसे भूनकर या किसी चीज में मिलाकर इसका सेवन करें।
गले में खराश के कारण आवाज बैठ जाने की समस्या होने पर गुड़, काली मिर्च और सफेद तिल का एक साथ सेवन करें।
#5
पाचन क्रिया के लिए है बढ़िया
सफेद तिल का सेवन पाचन क्रिया के लिए भी लाभदायक है।
यह पाचन और गैस्ट्रोएन्टराइटिस से जुड़े समस्याओं का उपचार करने में मदद कर सकता है। इसका कारण है कि इसमें उच्च फाइबर मौजूद होता है।
इसके अतिरिक्त यह पेट की ऐंठन, दर्द, दस्त, सूजन और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिला सकता है।
यह आंतों की मांसपेशियों को आराम देने में भी मदद कर सकता है, जिससे उचित पाचन को बढ़ावा मिलता है।