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भारत ने किया अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण, चीन और पाकिस्तान क्यों हुए चिंतित?
भारत ने अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है

भारत ने किया अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण, चीन और पाकिस्तान क्यों हुए चिंतित?

लेखन आबिद खान
Aug 21, 2025
02:16 pm

क्या है खबर?

भारत ने अपनी पहली इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया है। ओडिशा के इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज में 20 अगस्त को इसका परीक्षण किया गया। इस मिसाइल की रेंज 5,000 किलोमीटर से भी ज्यादा है, जिससे ये चीन के उत्तरी इलाकों तक भी आसानी से पहुंच सकती है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह परीक्षण सभी तकनीकी और संचालन संबंधी मानकों को सफलतापूर्वक परखा गया। आइए मिसाइल और इसकी ताकत के बारे में जानते हैं।

मिसाइल

अग्नि-5 मिसाइल की खासियत जानिए

अग्नि-5 मिसाइल मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) टेक्नोलॉजी से लैस है। यानी ये एक साथ कई लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। इसका पहला परीक्षण अप्रैल, 2012 में हुआ था। ये मिसाइल हजारों किलोग्राम के बंकर बस्टर वॉरहेड ले जाने और जमीन में 100 मीटर की गहराई तक दुश्मनों की परमाणु प्रणाली, रडार प्रणाली और हथियारों के भंडार को नष्ट कर सकती है। ये मिसाइल अपने साथ अधिकतम 1,360 किलोग्राम के हथियार ले जाने में सक्षम है।

रेंज

मिसाइल की जद में पाकिस्तान, चीन और तुर्की

अग्नि-5 मिसाइल की रेंज 5,000 किलोमीटर है। यानी इसकी रेंज में पाकिस्तान, तुर्की और चीन भी आते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि भारत इस मिसाइल की मारक क्षमता को कम बता रहा है, जबकि इसकी वास्तविक रेंज 8,000 किलोमीटर तक है। ये 24 मैक की अधिकतम गति से अपने लक्ष्य पर हमला कर सकती है। यानी ये आवाज की गति से 24 गुना तेज रफ्तार से लक्ष्य की ओर बढ़ती है।

कैनिस्टर

कैनिस्टर तकनीक से लैस है लॉन्चिंग प्रणाली

अग्नि-5 मिसाइल के लॉन्चिंग सिस्टम में कैनिस्टर तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इस तकनीक से मिसाइल को कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है। कंटेनर तकनीक की वजह से मिसाइल को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है। इसे पनडुब्बी से भी दागा जा सकता है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अन्य देशों की बढ़ती सक्रियता के लिहाज से ये नौसेना को भी अहम मजबूती प्रदान करेगी।

पाकिस्तान

पाकिस्तान क्यों हुआ चिंतित?

मिसाइल के परीक्षण ने पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक स्ट्रैटेजिक विजन इंस्टीट्यूट ने कहा, "अग्नि-5 मिसाइल क्षेत्र को अस्थिर कर सकती है और वैश्विक सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। 8,000 किलोमीटर मारक क्षमता वाली और परमाणु क्षमता से युक्त मिसाइलों का विकास वैश्विक स्तर पर शक्ति प्रदर्शन और आधिपत्य जमाने की मंशा का स्पष्ट प्रमाण है। ऐसे हथियार वाशिंगटन, मॉस्को, ब्रुसेल्स, बीजिंग और अन्य प्रमुख शहरों को अपनी जद में लाएंगे।"