अरुगुला की पत्तियों को सलाद में करें शामिल, मिलेंगे कई स्वास्थ्यवर्धक लाभ
आमतौर पर अरुगुला की पत्तियों का इस्तेमाल सलाद में किया जाता है। इसका स्वाद थोड़ा तीखा, कड़वा और मसालेदार होता है। इसका वैज्ञानिक नाम एरुका सैटिवा (Eruca sativa) है। ये पत्तियां पोटेशियम, फाइबर, कैल्शियम, फोलेट, विटामिन-A, विटामिन-C और विटामिन-K जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। ऐसे में इन्हें डाइट में शामिल करना लाभदायक हो सकता है। आइए अरुगुला की पत्तियों का सेवन करने से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक
विटामिन-A, विटामिन-C, और फोलेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर अरुगुला की पत्तियों का सेवन हृदय को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद विटामिन-K और फोलेट खून में होमोसिस्टीन के स्तर बनाए रखने में मदद करता है। यह हृदय रोगों के जोखिम को कम करने में काफी मददगार होता है। इसमें मौजूद पॉलीफेनोल्स और ऑर्गोसल्फर यौगिक हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी कम करते हैं।
कैंसर का खतरा हो सकता है कम
अरुगुला की पत्तियों में ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक सल्फर युक्त यौगिक होते हैं और ये कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकते हैं। शोध के अनुसार, सल्फोराफेन या इंडोल-3-कारबिनोल कैंसर से संबंधित लक्षणों को रोकने में मदद करते हैं। सल्फोराफेन एंजाइम कैंसर कोशिकाओं के विकास में सहायक हिस्टोन डीएसेटाइलेज (HDAC) को रोकने में मदद करता है। अरुगुला जैसी क्रुसिफेरस सब्जियां स्तन, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल और फेफड़ों के कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार होती हैं।
पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में सहायक
अरुगुला में मौजूद उच्च विटामिन-C और मैग्नीशियम पाचन क्रिया को मजबूत बनाने के साथ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। इसमें मौजूद पानी और फाइबर अपच से भी बचाते हैं और आंत समेत अन्य पाचन अंगों के लिए बहुत लाभदायक है। 100 ग्राम अरुगुला की पत्तियों में 1.6 ग्राम फाइबर और 91.71 ग्राम पानी होता है। यह शरीर के pH स्तर को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।
मधुमेह को नियंत्रित करने में है कारगर
फाइबर से भरपूर अरुगुला इंसुलिन स्तर और हाइपरग्लेसेमिया को कम करने में मदद करता है। इससे टाइप-2 मधुमेह के खतरे से बचा जा सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल, कुल लिपिड और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में भी मदद करता है। अरुगुला में कम चीनी और कार्ब्स की मात्रा भी मधुमेह के खतरे को कम करती है। हालांकि, मधुमेह रोगियों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए।
त्वचा के लिए हो सकता है अच्छा
एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर अरुगुला उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करती है और आपकी त्वचा को सूर्य से निकलने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) किरणों से भी बचा सकती है। यह मुहांसे, रूखी त्वचा, सोरायसिस और एक्जिमा जैसी त्वचा की स्थितियों का खतरा कम करने में भी मदद कर सकती है। इन पत्तियों का नियमित सेवन करने से त्वचा पर चमक भी बरकरार रहती है।