बंगाल पंचायत चुनाव: केंद्रीय बलों की तैनाती के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव से संंबंधित राज्य चुनाव आयोग (SEC) की याचिका पर सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है। पश्चिम बंगाल सरकार और SEC ने पंचायत चुनाव के दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। कलकत्ता हाई कोर्ट ने चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए SEC को केंद्रीय अर्धसैनिक बल तैनात करने का आदेश दिया था।
सुप्रीम कोर्ट की अवकाश कल पीठ करेगी सुनवाई
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एमएम सुद्रेंश की अवकाश पीठ मंगलवार को मामले की सुनवाई करेगी। पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील मीनाक्षी अरोड़ा ने सुप्रीम कोर्ट से याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने अपनी याचिका में कलकत्ता हाई कोर्ट के 13 जून और 15 जून के फैसले का विरोध किया है।
क्या है पूरा मामला?
SEC आयुक्त राजीव सिन्हा ने बंगाल पंचायत चुनाव का ऐलान करते हुए कहा था कि सभी पंचायतों में 8 जुलाई को मतदान होगा और 11 जुलाई को नतीेजे घोषित किए जाएंगे। चूंकि पिछले पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी, इसलिए भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर राज्य में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की। हाई कोर्ट ने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया था।
हाई कोर्ट ने क्या आदेश दिया था?
कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस टीएस शिवगणनम और जस्टिस उदय कुमार की खंडपीठ ने 15 जून को SEC को 48 घंटे के अंदर केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए केंद्र सरकार को एक अनुरोध भेजने का निर्देश दिया था। हाई कोर्ट ने कहा था कि 13 जून के उसके आदेश के बावजूद पंचायत चुनाव के दौरान संवेदनशील इलाकों की पहचान करने और केंद्रीय बलों की तैनाती के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री ममता ने हाई कोर्ट के आदेश पर उठाए थे सवाल
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाई कोर्ट के आदेश पर सवाल उठाते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि 1-2 बूथों को छोड़कर नामांकन शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और केंद्र सरकार सुरक्षाबलों के जरिए लोगों पर लाठियां और गोलियां चलवाना चाहती है। ममता ने कहा था कि केंद्रीय बलों को मणिपुर भी भेजा गया था, लेकिन फिर भी वहां पिछले एक महीने से हिंसा जारी है।
पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हुई है हिंसा
पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हिंसक घटनाएं हुई हैं, जिनमें करीब 7 लोगों की मौत हुई है। मालदा में शनिवार को TMC नेता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले मुर्शिदाबाद के खरग्राम में कांग्रेस नेता फूलचंद शेख की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले 15 जून को नामांकन के आखिरी दिन बीरभूम जिले के अहमदपुर में खंड विकास अधिकारी (BDO) के कार्यालय पर कथित तौर पर देसी बम फेंके गए थे।