उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव: भाजपा ने रद्द की कुलदीप सेंगर की पत्नी की उम्मीदवारी
भाजपा ने उत्तर प्रदेश पंचायत चुनावों में रेप के दोषी कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन अब पार्टी ने उनकी उम्मीदवारी को रद्द कर दिया है। भाजपा ने फतेहपुर चौरासी तृतीय सीट से संगीता को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन विपक्षी पार्टियों की तरफ से इस फैसले पर सवाल उठाए जाने के बाद भाजपा ने उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
उन्नाव की निवर्तमान जिला पंचायत प्रमुख हैं संगीता
पंचायत चुनावों के लिए गुरुवार को भाजपा की तरफ से जारी उम्मीदवारों की सूची में उन्नाव की निवर्तमान जिला पंयाचत अध्यक्ष संगीता सेंगर का नाम शामिल था। वो 2016 में हुए चुनावों में विजेता बनकर इस पद पर पहुंची थी। हालांकि, उस साल उन्होंने भाजपा के निशान पर चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया था। अब पार्टी ने विरोध के आगे झुकते हुए उनकी टिकट काट दी है।
नए उम्मीदवार के लिए मांगे गए नाम
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने संगीता सेंगर की उम्मीदवारी रद्द करने की जानकारी देते हुए कहा कि अब उनका टिकट रद्द किया जाता है। वो अब भापा की अधिकृत प्रत्याशी नहीं होंगी। सिंह ने नए उम्मीदवार की घोषणा के लिए जिला अध्यक्ष से तीन नाम मांगे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी जल्द ही संगीता की जगह नए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकती है।
विपक्षी नेताओं के साथ-साथ भाजपा नेताओं ने भी उठाए थे सवाल
संगीता की उम्मीदवारी पर विपक्षी दलों के साथ-साथ भाजपा में भी विरोध के स्वर उठने लगे थे। पार्टी के कई नेताओं ने उनकी उम्मीदवारी का विरोध किया था। वहीं समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि पार्टी का दोहरा चरित्र है। एक तरफ भाजपा अपराधियों के खात्मे की बात करती है और दूसरी तरफ उनका महिमामंडन भी करती है। भाजपा की सरकार में अपराध खत्म नहीं हो सकता।
रेप के जुर्म में जेल में बंद है कुलदीप सेंगर
फिलहाल रेप के अपराध में तिहाड़ जेल में बंद कुलदीप सिंह सेंगर भाजपा के अलावा सपा और बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर भी विधायक बना था। सेंगर ने 2017 में बांगरमऊ से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था। तीन महीने बाद उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया। रेप के आरोप साबित होने के बाद भाजपा ने उसे पार्टी से निकाल दिया था और बाद में सजा होने पर उसकी विधानसभा की सदस्यता चली गई थी।
उत्तर प्रदेश में कब है पंचायत चुनाव?
उत्तर प्रदेश में 15, 19, 26 और 29 अप्रैल को पंचायत चुनावों के लिए वोट डाले जाएंगे और 2 मई को नतीजे घोषित होंगे। उसी दिन चार राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजों का ऐलान किया जाएगा।