पी-गेट: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार, एयरलाइंस और DGCA को जारी किया नोटिस, दिशा-निर्देश पर पूछा सवाल
सुप्रीम कोर्ट ने फ्लाइट के अंदर यात्रियों पर पेशाब किए जाने के मामलों को लेकर सोमवार को केंद्र सरकार, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और एयरलाइन कंपनियों को नोटिस जारी किया। पिछले साल नवंबर में एयर इंडिया की फ्लाइट में सामने आए मामले की 72 वर्षीय पीड़िता महिला यात्री ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। पीड़िता ने अपनी याचिका में भविष्य में इस तरीके की घटनाओं से निपटने के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने की मांग की थी।
CJI चंद्रचूड़ समेत 3 जजों की पीठ ने की सुनवाई
भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ ने सोमवार को मामले में पीड़ित बुजुर्ग महिला यात्री की याचिका पर सुनवाई की। जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुनवाई के दौरान कहा, "यह वह 72 वर्षीय महिला हैं, जिन्हें विमान में एक घटना का सामना करना पड़ा था। सॉलिसिटर जनरल, वह चाहती हैं कि दिशा-निर्देश तैयार किए जाएं ताकि ऐसे मामले दोबारा सामने न आएं।"
सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को दिए निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने पी-गेट मामलों से निपटने को दिशा-निर्देश तैयार करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की सहायता भी मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने एयर इंडिया के साथ-साथ विस्तारा, इंडिगो, गो फर्स्ट, अकासा एयर और स्पाइसजेट समेत अन्य एयरलाइंस को भी नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद जुलाई में की जाएगी।
महिला यात्री ने मार्च में दाखिल की थी याचिका
महिला यात्री ने मार्च में एक जनहित याचिका (PIL) दायर करते हुए कहा था कि वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए विवश थीं क्योंकि घटना के बाद एयर इंडिया और DGCA ने उसके साथ गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार किया था। महिला के वकील ने 2014 से 2023 तक यात्रियों के साथ हुए दुर्व्यवहार के 7 उदाहरणों का उल्लेख किया। उन्होंने आरोप लगाया कि संबंधित एयरलाइंस ने इन सभी मामलों में उचित कार्रवाई नहीं की।
क्या है पूरा मामला?
26 नवंबर को अमेरिका से भारत आ रही न्यूयॉर्क-दिल्ली फ्लाइट में एक सहयात्री ने एक बुजुर्ग महिला पर शराब पीकर पेशाब कर दिया था। फ्लाइट कर्मचारियों द्वारा आरोपी शंकर मिश्रा पर कार्रवाई न किए जाने से नाराज बुजुर्ग महिला ने टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को पत्र लिखकर मामले की शिकायत की थी। इसके बाद एयर इंडिया ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवाया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद ऐसे कई मामले आ चुके हैं।