यूक्रेन में किसी भारतीय को बंधक बनाने की जानकारी नहीं- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे यूक्रेन में किसी भारतीय छात्र को बंधन बनाए जाने की जानकारी नहीं मिली है। दरअसल, दिल्ली स्थिति रूसी दूतावास ने दावा किया था कि यूक्रेनियन सेना ने 'मानव कवच' बनाने के लिए भारतीय छात्रों को बंधक बना लिया है। वहीं यूक्रेन ने रूस पर ऐसा आरोप लगाया था। इस दावे का खंडन करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन में किसी भारतीय को बंधक बनाए जाने की जानकारी नहीं है।
रूस ने क्या दावा किया था?
रूसी दूतावास ने बुधवार को दावा किया था कि यूक्रेन की सेना ने भारतीय छात्रों को बंधक बना लिया है ताकि उन्हें 'मानव कवच' के रूप में इस्तेमाल किया जा सके और उन्हें रूस जाने से रोका जा रहा है।
रूसी सेना ने भी किया ऐसा दावा
रूस की सेना की तरफ से भी ऐसा ही दावा किया गया था। सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन छोड़कर रूसी शहर बेलगोरोड आने के इच्छुक भारतीय छात्रों के एक बड़े समूह को जबरदस्ती रोका जा रहा है। उन्हें बंधक बना लिया गया है। रूस की सेना भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी और उन्हें रूसी क्षेत्र से अपने घर पहुंचाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार है।
यूक्रेन ने रूसी सेना पर लगाया बंधक बनाने का आरोप
दूसरी तरफ यूक्रेन ने रूसी सेना पर आरोप लगाया है कि उसने खारकीव और सुमी शहर में भारत, पाकिस्तान और चीन समेत कई देशों के नागरिकों को बंधक बना लिया है। यूक्रेन का कहना था कि रूस की तरफ से भारी गोलीबारी के चलते विदेशी नागरिक सुरक्षित स्थानों की तरफ नहीं जा पा रहे हैं। यूक्रेन ने पाकिस्तान, भारत और चीन समेत अन्य देशों से अपील की कि वो रूस से इनकी सुरक्षित वापसी के लिए गलियारा बनाने को कहे।
भारत ने इस दावे पर क्या कहा?
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर इस दावे का खंडन किया है। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने बयान में कहा कि यूक्रेन की सरकार की मदद से कई छात्र कल खारकीव से निकल गए हैं। किसी छात्र को बंधन बनाए जाने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। भारत ने यूक्रेन सरकार से छात्रों को खारकीव और दूसरे इलाकों से देश के पश्चिमी हिस्सों में ले जाने के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम करने में मदद मांगी है।
यूक्रेन के पड़ोसी देशों से किया जा रहा समन्वय
बयान में आगे लिखा गया है कि छात्रों की निकासी के लिए रूस, रोमानिया, पोलैंड, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और मोल्डोवा आदि देशों के साथ समन्वय किया जा रहा है और बीते कुछ दिनों में बड़ी संख्या में छात्रों को निकाला गया है।
जारी है यूक्रेन से लोगों को निकालने का अभियान
युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत 'ऑपरेशन गंगा' चला रहा है। इसके लिए निजी एयरलाइंस के साथ भारतीय वायुसेना की भी मदद ली जा रही है और अब तक हजारों की संख्या में लोगों को वापस लाया जा चुका है। छात्रों की निकासी के लिए सरकार रूस के भी संपर्क में है। यूक्रेन से सटे रोमानिया, स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी में इस अभियान के समन्वय के चार केंद्रीय मंत्रियों को भेजा गया है।