यूक्रेन युद्ध: खारकीव में घुसे रूसी पैराट्रूपर, स्थानीय बलों के साथ लड़ाई जारी
यूक्रेन पर रूस का हमला आज सातवें दिन भी जारी है। रूस के पैराट्रूपर यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घुस चुके हैं और उनकी स्थानीय बलों के साथ लड़ाई जारी है। यूक्रेन की सेना ने बताया कि इन पैराट्रूपर्स ने एक स्थानीय अस्पताल पर हमला किया है। बता दें कि अभी तक अपेक्षित सफलता न मिल पाने के कारण रूस ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है और वह तेजी से आगे बढ़ रहा है।
खारकीव के हर हिस्से को बनाया जा रहा निशाना
यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार एंटोन गेरासेंको ने कहा कि बुधवार को हवाई हमले के बाद एक फ्लाइट स्कूल में आग लग गई। अब खारकीव का ऐसा कोई इलाका नहीं बचा है, जहां हमला नहीं किया गया है। शहर के गवर्नर ने कहा कि एक सरकारी इमारत पर हमले में सात लोग मारे गए हैं और 24 लोग घायल हुए हैं। दूसरी तरफ रूस का कहना है कि वह केवल यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को हमला बना रहा है।
पहले दिन से ही निशाने पर रहा है खारकीव
लगभग 14 लाख की आबादी वाले खारकीव में अधिकतर लोग रूसी भाषा बोलते हैं। युद्ध की शुरुआत से ही यह शहर रूसी सेना के निशाने पर रहा है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया था कि सोमवार को एक रिहायशी इलाके पर रूसी हमले में बच्चों समेत दर्जनों नागरिकों की मौत हुई है। मंगलवार को इसी शहर में रूस की तरफ से हो रही गोलीबारी में एक भारतीय छात्र समेत 10 लोगों की मौत हुई थी।
दूसरी बार शहर पर कब्जे का प्रयास कर रहा रूस
पिछले सात दिनों में रूस दूसरी बार खारकीव पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहा है। इससे पहले रूस ने कुछ हिस्सों पर अपना कब्जा जमाया था, लेकिन यूक्रेनियन सेना ने इसे वापस अपने नियंत्रण में ले लिया था। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत की बाद से अब तक 13 बच्चों समेत 136 आम नागरिकों की मौत हो चुकी है। हालांकि, असल संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
जेलेंस्की ने की शहरों पर बमबारी रोकने की अपील
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने रूस से सीजफायर पर सार्थक बातचीत के लिए शहरों पर बमबारी बंद करने को कहा है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी सार्थक बातचीत के लिए बमबारी रुकना जरूरी है। बता दें कि दोनों देशों के बीच यूक्रेन-बेलारूस की सीमा पर बातचीत चल रही है और आज दूसरे दौर की बातचीत होनी है। अभी तक इस बातचीत में कोई समाधान नहीं निकला है।
लंबे काफिले के साथ कीव की तरफ बढ़ रही रूसी सेना
जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब रूस की सेना 64 किलोमीटर लंबे काफिले के साथ कीव की तरफ बढ़ रही है। वह कीव की घेराबंदी करने और इस पर बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहा है। युद्ध के पहले दिन से ही रूस कीव पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है, हालांकि वो अपने मंसूबों में नाकामयाब रहा है और उसे यूक्रेनिय सेना और लोगों से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है।