सीमा विवाद: 12 अक्टूबर को होगी भारत-चीन के सैन्य कमांडरों के बीच सातवें दौर की बैठक
पूर्वी लद्दाख में जारी सीमा विवाद के बीच भारत और चीन के शीर्ष सैन्य कमांडर 12 अक्टूबर को अगले चरण की बातचीत करेंगे। दोनों देशों के बीच सीमा पर जारी विवाद को सुलझाने के लिए इस स्तर की यह सातवीं बैठक होगी। दूसरी तरफ दोनों देशों की सेनाएं इस बार सर्दियों में भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर डटी रहेंगी। इसके लिए तैयारियां पहले से शुरू हो चुकी हैं और उनके लिए जरूरी सामान ठिकानों पर पहुंचाए जा रहे हैं।
बैठक में विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि भी होंगे शामिल
12 अक्टूबर को होने वाली बैठक 14 कोर कमांडर के लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह की आखिरी बैठक होगी। वो 14 अक्टूबर को इंडियन मिलिट्री एकेडमी में कमांडेंट का पदभार संभालेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन उनकी जगह 14 कोर कमांडर की जिम्मेदारी संभालेंगे। इस बैठक में लेफ्टिनेंट जनरल मेनन के अलावा विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव भी हिस्सा लेंगे। ये दोनों पिछले महीने हुई पहली भारत-चीन सैन्य-राजनयिक बैठक में भी शामिल थे।
विवादित क्षेत्रों से सैनिक हटाने को कहेगा भारत
सूत्रों के मुताबिक, 12 अक्टूबर को होने वाली बैठक में भारत एक बार फिर चीन से सभी विवादित क्षेत्रों से सैनिक पीछे हटाने को कहेगा। अभी तक चीन केवल पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे से सैनिक हटाने के तैयार है, लेकिन भारत का कहना है कि उसे सभी विवादित क्षेत्रों से सेना को पीछे करना होगा। वहीं चीन महत्वपूर्ण ऊंचाईयों पर भारतीय सेेना के नियंत्रण से नाराज है और वह इन्हें खाली करने की मांग कर रहा है।
पहली बार सर्दियों में LAC पर डटे रहेंगे दोनों देशों के सैनिक
दोनों देशों के बीच अगले चरण की बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब लद्दाख में सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है। शून्य से कम तापमान के दिनों में दोनों देशों के लिए यह पहली बार होगा जब उसके सैनिक LAC की अग्रिम चौकियों तक तैनात रहेंगे। हालिया महीनों में हुई झड़पों और अनसुलझे विवाद को देखते हुए भारत और चीन ने बड़ी संख्या में सैनिकों को LAC के पास भेजा है।
पिछले महीने दोनों देशों ने जारी किया था संयुक्त बयान
सितंबर में हुई सैन्य वार्ता में भारत और चीन के बीच LAC पर और अधिक सैनिक न भेजने पर सहमति बनी थी। इस बैठक के बाद जारी किए गए साझा बयान में कहा गया था कि दोनों देश अब पूर्वी लद्दाख में सैनिक भेजना बंद कर देंगे। हालांकि इस बैठक में अप्रैल से पहले की स्थिति कायम करने पर कोई सहमति नहीं बनी थी जो भारत की सबसे अहम मांग रही है।
LAC पर चार जगहों पर आमने-सामने हैं दोनों देशों के सैनिक
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहली तीन जगहों पर तो चीनी सैनिक भारत की जमीन पर बैठे हुए हैं। फिंगर्स एरिया और चुशूल में स्थिति सबसे अधिक नाजुक है और यहां कहीं-कहीं दोनों देशों के सैनिकों के बीच मात्र 300-500 मीटर का फासला है।