चीन ने कही लद्दाख पर भारत के गैरकानूनी कब्जे की बात, भारत ने दिया करारा जवाब
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन बीच उच्च स्तरीय तनाव बना हुआ है। इसी बीच चीन की ओर से दिए गए लद्दाख पर भारत के गैरकानूनी कब्जे वाले बयान को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है। इसके अलावा विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत उम्मीद करता है कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा की कोई भी अपुष्ट एकतरफा व्याख्या करने से बचेगा। यदि वह ऐसा करता है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चीन ने कही भारत द्वारा लद्दाख पर अवैध कब्जा करने की बात
BBC के अनुसार चीनी सरकार के समाचार पोर्टल ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट कर भारत के लद्दाख पर अवैध कब्जे की बात कही है। पोर्टल के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीन अवैध रूप से लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने को मान्यता नहीं देता है। इसके अलावा वह सैन्य नियंत्रण उद्देश्यों के लिए विवादित सीमा क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण का विरोध करता है।
सहमति के अनुसार सीमा क्षेत्र में नहीं की जानी चाहिए कोई कार्रवाई
वेनबिन ने कहा कि चीन और भारत के बीच बनी सहमति के अनुसार किसी भी पक्ष को सीमा क्षेत्रों में ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए जिससे कि स्थिति और पेचीदा हो जाए और हालात पर काबू के प्रयास विफल हो जाएं।
1959 में एकतरफा रूप से परिभाषित LAC को नहीं मानता भारत- विदेश मंत्रालय
चीन के दावे के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया। मंत्रालय ने कहा, "हमनें LAC पर चीन के प्रवक्ता के हवाले से आई रिपोर्ट देखी है। भारत ने कभी भी 1959 में एकतरफा रूप से परिभाषित की गई LAC को स्वीकार नहीं किया है। हमारी यह स्थिति हमेशा से रही है और चीन सहित सभी को इस बारे में पता भी है।" मंत्रालय ने कहा कि चीन ने यथास्थिति को एकतरफा ढंग से बदलने की कोशिश की है।
चीन ने समझौते में नहीं दिखाई दिलचस्पी- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने कहा कि 2003 तक दोनों तरफ से LAC निर्धारण की दिशा में प्रयास हुए, लेकिन इसके बाद चीन ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में अब चीन का एक ही LAC होने का दावा उसके द्वारा किए वादों का उल्लंघन है।
भारत ने अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से हटा दिया था अनुच्छेद 370
बता दें कि भारत सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटा दिया था। उसके बाद सरकार ने जम्मू-कश्मीर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर उन्हें नए केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था। हालांकि, शुरुआत में चीन ने इस पर कोई विशेष आपत्ति नहीं जताई थी, लेकिन उसने अब लद्दाख के केंद्र शासित दर्जे को मानने से इनकार कर विवाद को हवा दे दी।
भारत और चीन के बीच बनी हुई तनाव की स्थिति
इस समय लद्दाख सीमा पर उच्चतम स्तर का अलर्ट जारी है। पैंगोंग झील विवाद का केंद्र है। दो जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने बने हुए हैं। पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर स्थित फिंगर्स एरिया में चीनी सैनिक जमे हैं तो दक्षिणी किनारे पर भारत ने ऊंची चोटियों पर कब्जा कर लिया है। हालांकि, गत 21 सितंबर को दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की बैठक में LAC पर और सैनिक न भेजने पर सहमति बनी है।