बिना किसी शर्त के रूस के साथ शांति वार्ता को तैयार हुआ यूक्रेन- रिपोर्ट
देश में चलते युद्ध के बीच यूक्रेन बिना किसी शर्त के रूस के साथ शांति वार्ता करने को तैयार हो गया है। 'कीव इंडिपेंडेंट' के अनुसार, बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ फोन पर बातचीत में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की शांति वार्ता के लिए राजी हो गए। दोनों नेताओं में बनी सहमति के अनुसार, रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन और बेलारूस की सीमा पर प्रीप्यत नदी के पास मिलकर विवाद को सुलझाने का प्रयास करेंगे।
दिन में जेलेंस्की ने खारिज कर दिया था बेलारूस में बातचीत का प्रस्ताव
इससे पहले आज दिन में जेलेंस्की ने बेलारूस में वार्ता का रूस का प्रस्ताव ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा था कि वे बेलारूस के अलावा अन्य किसी भी जगह पर बातचीत करने को तैयार हैं। उन्होंने रूस के हमले में बेलारूस के सहयोग को इसकी वजह बताया था। जेलेंस्की ने कहा था कि वे ऐसे किसी भी देश में बातचीत करने को तैयार हैं जहां से मिसाइलें नहीं दागी जा रही हैं। उन्होंने तीन जगहों का विकल्प भी दिया था।
रूस के हमले में बेलारूस भी शामिल, अभ्यास कर रहे सैनिकों ने किया हमला
बता दें कि रूस ने जिन जगहों से यूक्रेन पर हमला किया है, उनमें बेलारूस भी शामिल है। युद्ध से पहले रूस के लगभग 30,000 सैनिकों को सैन्य अभ्यास के बहाने यहां भेजा गया था और युद्ध शुरू होने पर वे यूक्रेन में दाखिल हो गए। बेलारूस की सीमा से यूक्रेन की राजधानी कीव की दूरी बहुत अधिक नहीं है और इसी कारण रूस ने वहां से हमला किया है। यहां से कुछ मिसाइलें भी दागी गई हैं।
यूक्रेन में रूस को करना पड़ रहा कड़े प्रतिरोध का सामना
यूक्रेन और रूस के बीच शांति वार्ता की ये खबर ऐसे समय पर आई है जब यूक्रेन को जल्द से जल्द घुटनों पर लाने के रूस के मंसूबे नाकामयाब होते दिख रहे हैं। उसे यूक्रेनी सेना से कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है और आम नागरिक भी इस लड़ाई में अपनी सेना का साथ दे रहे हैं। कड़ी कोशिशों के बावजूद रूस अभी तक कीव पर कब्जा नहीं कर पाया है और राष्ट्रपति जेलेंस्की राजधानी में ही हैं।
आज युद्ध का चौथा दिन, यूक्रेन ने खारकीव से रुसी सेना को बाहर खदेड़ा
बता दें कि आज यूक्रेन-रूस युद्ध का चौथा दिन है और रूस ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। आज सुबह रूसी सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घुसने में कामयाब रही, हालांकि शाम होते-होते यूक्रेनी सेना ने स्थानीय मिलिशिया की मदद से उसे बाहर खदेड़ दिया। खारकीव के गवर्नर ओलेग सिनेगुबोव ने कहा कि रूसी सैनिकों से जंग लड़ने के बाद शहर को एक बार फिर से पूरी तरह से नियंत्रण में ले लिया गया है।
काखोवका में यूक्रेनी सेना को हाथ लगी निराशा, रूस ने किया कब्जा
यूक्रेन ने भले की खारकीव से रूसी सेना को बाहर निकाल दिया हो, लेकिन रुसी सेना दक्षिणी यूक्रेन में स्थित काखोवका शहर पर कब्जा करने में कामयाब रही है। यह शहर रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण है। यह नदी के किनारे स्थित है और यहीं से क्रीमिया को पानी की सप्लाई होती है। क्रीमिया पहले यूक्रेन का हिस्सा था, लेकिन 2014 में रूस ने इस पर कब्जा कर लिया था। अभी यहां से रूसी सेना हमला कर रही है।
पुतिन ने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा
युद्ध के बीच पश्चिमी देशों का रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना जारी है। इन प्रतिबंधों से नाराज रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा है। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री और सैन्य प्रमुख को रूसी सेना की परमाणु बलों को युद्ध सेवा के लिए तैयार करने का निर्देश दिया है। बता दें कि रूस के पास अमेरिका के बाद सबसे अधिक परमाणु हथियार हैं।