LAC विवाद को लेकर भारत-चीन के बीच बीजिंग में बड़ी बैठक, क्या हुई चर्चा?
भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सीमा विवाद को सुलझाने के लिए बीजिंग में बड़ी बैठक हुई। इसके बाद भारत ने कहा कि चीन के साथ वार्ता स्पष्ट, रचनात्मक और दूरदर्शी रही है। दोनों पक्षों ने LAC पर शांति की बहाली को द्विपक्षीय संबंधों की सामान्य स्थिति के लिए आधारभूत जरूरत बताया। बता दें कि भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (WMCC) की ये 31वीं बैठक थी।
बैठक के बाद भारत ने क्या कहा?
भारत ने कहा कि दोनों पक्षों ने LAC पर स्थिति पर 'मतभेदों को कम करने' और 'शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने' के लिए 'स्पष्ट, रचनात्मक और दूरंदेशी' विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्रालय ने कहा, "LAC पर स्थिति पर मतभेदों को कम करने और लंबित मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने के लिए बैठक की गई। भारत और चीन राजनयिक एवं सैन्य चैनलों के माध्यम से गहन संपर्क के लिए भी सहमत हुए हैं।"
चीन ने क्या कहा?
चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "बैठक सकारात्मक, मित्रतापूर्ण और स्पष्ट माहौल में हुई। दोनों पक्षों ने LAC पर स्थिति को लेकर मतभेदों को कम करने और सहमति का विस्तार करने के लिए गहन विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों ने संवाद और परामर्श को मजबूत करने, एक-दूसरे की उचित चिंताओं का ध्यान रखने और जल्द से जल्द दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य समाधान पर पहुंचने पर सहमति व्यक्त की।"
किन मुद्दों पर बनी सहमति?
बयानों के मुताबिक, दोनों देशों ने सीमा-संबंधी समझौतों और विश्वास-निर्माण उपायों का कड़ाई से पालन करने और सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए सहमति व्यक्त की है। इसके अलावा दोनों ने विदेश मंत्रियों की मुलाकात के दौरान बनी सहमति के अनुसार सीमा स्थिति के जल्द समाधान को बढ़ावा देने पर भी सहमति व्यक्त की। बता दें कि 25 जुलाई को एस जयशंकर और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच बातचीत हुई थी।
अब तक कितने दौर की वार्ता हुई?
WMCC की आखिरी बैठक जुलाई में दिल्ली में हुई थी। इसके बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों पक्ष स्थापित राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से प्रगति बनाए रखने पर सहमत हुए हैं। आमतौर पर 2 WMCC बैठकों के बीच कोर कमांडर स्तर की वार्ता भी होती है, जो इस बार नहीं हुई। इससे ये संकेत मिल रहा है कि दोनों देश बातचीत के लिए सैन्य वार्ता के बजाय कूटनीतिक रास्ते को अपना रहे हैं।
2020 में भिड़े थे दोनों देशों के सैनिक
भारत और चीन के बीच अप्रैल, 2020 से LAC पर तनाव बना हुआ है। तब चीन ने पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में घुसपैठ कर दी थी। उसकी इस हरकत के बाद गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाकों में दोनों सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं और 15 जून, 2020 को गलवान में तनाव हिंसा में बदल गया। इस खूनी संघर्ष में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए तो कई चीनी सैनिकों भी मारे गए।