भारत-चीन सीमा विवाद पर अमेरिका ने कहा- अपने दोस्त के साथ खड़े हैं
भारत-चीन सीमा विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका ने मंगलवार को कहा कि वह पड़ोसियों को डराने-धमकाने के चीन के रवैये से चिंतित है और मामले में अपने दोस्त (भारत) के साथ खड़ा है। अमेरिका ने यह भी कहा कि वह स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है और सीमा विवाद के शांतिपूर्ण निपटारे का समर्थन करता है। इस बीच अमेरिका ने एक वैश्विक शक्ति के तौर पर भारत के उभार का स्वागत भी किया।
हम दोस्तों, सहयोगियों और साथियों के साथ खड़े हैं- अमेरिका
मंगलवार को अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, "हम पड़ोसियों को डराने-धमकाने के चीन के मौजूद प्रयासों से चिंतित हैं। हम हमेशा की तरह हमारी साझा समृद्धि, सुरक्षा और मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए अपने दोस्तों, सहयोगियों और साथियों के साथ खड़े हैं।" भारत-चीन सीमा विवाद पर उन्होंने कहा, "हम स्थिति पर करीबी निगरानी रख रहे हैं। हमें भारत और चीन के बीच मौजूदा बातचीत के बारे में पता है।"
अमेरिका विवादों के शांतिपूर्ण निपटारे के समर्थन में- राइस
राइस ने यह भी कहा कि अमेरिका भारत-चीन सीमा विवाद के शांतिपूर्ण निपटारे का समर्थन करता है। उन्होंने कहा, "हम सीधी बातचीत और इन सीमा विवादों के शांतिपूर्ण निपटारे का समर्थन करते हैं।"
राइस बोले- वैश्विक शक्ति के दौर पर भारत के उभार का स्वागत
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत और अमेरिका के संबंधों को राइस ने कहा, "इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण सहयोगियों में से एक है। हम एक वैश्विक शक्ति के तौर पर भारत के उभार और क्षेत्र के सुरक्षा प्रदाता की इसकी भूमिका का स्वागत करते हैं।" उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में भारत और अमेरिका एक-दूसरे का सहयोग करते हैं और 146 अरब डॉलर के साथ अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है।
भारत-अमेरिका के संबंध विस्तृत और बहुस्तरीय- राइस
राइस ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारतयी विदेश मंत्री एस जयशकंर के बीच हुई बातचीत की भी जानकारी दी और कहा कि भारत-अमेरिका की व्यापक रणनीतिक साझेदारी विस्तृत और बहुस्तरीय है। राइस ने आगे कहा, "कई मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के लिए हम सरकार के शीर्ष स्तरों पर बातचीत करना जारी रखेंगे और हमें विश्वास है कि हमारे संबंधों का मजबूती और ऊपर की ओर विकास जारी रहेगा।"
पिछले साल अप्रैल से जारी है भारत और चीन के बीच तनाव
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं। इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है। अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।