अरुणाचल झड़प: कंटीले क्लब और लाठियां लेकर आए थे लगभग 200 चीनी सैनिक- रिपोर्ट
अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को हुई झड़प में लगभग 200 चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को हटाकर चोटी पर कब्जा करने की कोशिश की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये चीनी सैनिक कंटीले क्लब और लाठियां लेकर आए थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। झड़प में दोनों तरफ के कई सैनिक घायल हुए, हालांकि घायल चीनी सैनिकों की संख्या ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है।
9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर में हुई थी झड़प
भारतीय सेना ने कल बयान जारी कर बताया था कि पिछले शुक्रवार यानि 9 दिसंबर को अरुणाचल के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। बयान के अनुसार, हल्की झड़प के बाद दोनों तरफ के सैनिक पीछे हट गए थे और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए मुद्दे पर दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडरों के बीच एक फ्लैग मीटिंग भी हुई थी।
चीनी सैनिकों ने की थी भारतीय पोस्ट को हटाने की कोशिश
समाचार एजेंसी PTI के सूत्रों के अनुसार, लगभग 200 चीनी सैनिकों ने 17,000 फुट ऊंची एक चोटी से भारतीय पोस्ट को हटाने की कोशिश की थी, जिसके बाद ये झड़प हुई। झड़प में भारत के छह सैनिक घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से गुवाहाटी स्थित 151 बेस अस्पताल ले जाया गया। सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्ष झड़प के तत्काल बाद पीछे हट गए थे और इलाका अभी बर्फ से ढका हुआ है।
रक्षा मंत्री ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक, संसद में हंगामे के आसार
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज मामले पर दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई की जिसमें तीनों सेना प्रमुख और विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई बड़े अधिकारी शामिल रहे। वह मामले पर आज संसद में बयान जारी करेंगे। विपक्ष ने भी मामले को भुनाना शुरू कर दिया है और आज संसद में इस मुद्दे पर हंगामा होने के पूरे आसार हैं। कांग्रेस ने मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के बयान और संसद में बहस की मांग की है।
अप्रैल, 2020 से LAC पर बना हुआ है तनाव
बता दें कि भारत और चीन के बीच अप्रैल, 2020 से LAC पर तनाव बना हुआ है। तब चीन ने पूर्वी लद्दाख के कई इलाकों में घुसपैठ कर दी थी। उसकी इस हरकत के बाद गलवान घाटी, पैंगोंग त्सो और गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स इलाकों में दोनों सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं और 15 जून, 2020 को गलवान में तनाव हिंसा में बदल गया। इसी खूनी संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हुए तो कई चीनी सैनिकों भी मारे गए।
अरुणाचल प्रदेश में भी चीन ने की घुसपैठ, बसाए दो गांव
चीन ने लद्दाख के अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी घुसपैठ की है और यहां भारतीय सीमा के अंदर घुसकर दो गांव बसा लिए हैं। चीन ने एक गांव अरुणाचल प्रदेश के शी-योमी जिले में बनाया है और इसमें लगभग 60 घर हैं। ये गांव भारतीय सीमा के छह-सात किलोमीटर अंदर है। चीन द्वारा बसाए गए दूसरे गांव में लगभग 100 घर हैं। इसके अलावा चीन ने अरुणाचल प्रदेश की 15 जगहों के नाम भी बदल दिए हैं।