ऑफिस का तनाव कम करने के लिए कर्मचारी अपनी मेज पर पका रहे केले
चीन की कुछ कंपनी के कर्मचारियों ने कार्यस्थल के तनाव को कम करने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला है। वह अपनी काम करने वाली मेज पर कच्चे केले को पका रहे हैं। केला पकाने वाले कर्मचारियों का कहना है कि यह टिंग जी जिओ लू प्रक्रिया है, जिसे अंग्रेजी में 'स्टॉप एंग्जायटी' भी कहा जा सकता है। देश के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जियाहोंगशु पर इस मामले से जुड़ी पोस्ट काफी वायरल हो रही हैं। आइए पूरा मामला जानते हैं।
क्या है मामला?
अभी कंपनियों का का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन यह तरीका कर्मचारियों को प्रभावी लग रहा है। साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारी तने से जड़े हुए कच्चे केले खरीदते हैं, फिर उन्हें फूलदानों में रखकर उन्हें पानी देते हैं। लगभग एक सप्ताह तक पालन-पोषण करने के बाद केले पक जाते हैं। केले के पकने का इंतजार करने की इस प्रक्रिया को कार्यस्थल के तनाव से ध्यान भटकाने का एक मनोरंजक तरीका माना जा रहा है।
जियाहोंगशु पर लोग जाहिर कर रहे हैं अपनी प्रतिक्रिया
एक यूजर ने इस मामले की एक पोस्ट पर कंमेंट करते हुए लिखा, 'केलों के हरे से पीले होने तक की अवधि, हर पल अंतहीन आशा से भरा लगता होगा। चाहें तरीका कुछ भी हो तनाव को खुद पर हावी होने से रोकना जरूरी है।' एक अन्य यूजर ने कहा, 'यह तरीका न सिर्फ तनाव को कम करने के लिए, बल्कि सहकर्मियों के साथ रिश्ते बेहतर करने का भी जरिया बन सकता है, इसके लिए केलों को बांटकर खाएं।'
चीन के स्टोर से कम हो रहे केले के तने
चीन के ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म 'ताओबाओ' पर केले बेचने वाले सैकड़ों स्टोर हैं और वहां से भी अब तक 20,000 से ज्यादा केले के गुच्छे खरीदे गए हैं। मनोवैज्ञानिक यू गुआंगरूई ने शंघाई के युवा समाचार पत्र को बताया, "व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के अनुसार कार्यस्थलों को अनुकूलित करने से युवाओं को अपने डेस्क पर अपनेपन और सुरक्षा की भावना महसूस हो सकती है। इससे उन्हें काम करने में खुशी भी मिल सकती हैं।"
कामकाजी सप्ताह के बढ़ने से युवा हो रहे तनावग्रस्त
चीन में औसत कामकाजी सप्ताह 49 घंटे से अधिक होने के कारण युवा कर्मचारी पर काम का तनाव बढ़ रहा है, जिससे निपटने के लिए वे अलग-अलग तरीके खोज रहे हैं। पिछले महीने भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, लेकिन कर्मचारियों ने कार्यस्थल के तनाव को कम करने के लिए 20 मिनट के लिए शहरी पार्क में घूमना फायदेमंद समझा था। इसके अतिरिक्त पिछले साल चीनी युवाओं ने तनाव को कम करने के लिए पेड़ों को गले लगाया।