महादेव ऐप मामला: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर क्या नए आरोप लगे और उन्होंने कहा जवाब दिया?
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 'महादेव सट्टेबाजी ऐप' मामले में उनके ऊपर लगे सभी आरोपों को नकार दिया है। रविवार को मामले में एक आरोपी शुभम सोनी ने दुबई से एक वीडियो जारी करते हुए बघेल पर गंभीर आरोप लगाए। उसका दावा है कि वो महादेव ऐप का असली मालिक है और वह बघेल के कहने पर ही दुबई गया। आइए जानते हैं कि सोनी ने क्या आरोप लगाए हैं और बघेल ने आरोपों पर क्या कहा?
सबसे पहले जानें मामले में बघेल पर क्या आरोप
हाल में ED ने इस घोटाले में 5.39 करोड़ रुपये की नकदी के साथ असीम दास को गिरफ्तार किया था। ED का दावा है कि ये नकदी दुबई से महादेव ऐप प्रमोटर्स के करीबी सोनी ने मुख्यमंत्री बघेल के लिए भेजी थी और इसका छत्तीसगढ़ चुनाव में कांग्रेस के लिए इस्तेमाल होना था। ED के अनुसार, बघेल को अलग-अलग समय पर महादेव ऐप के प्रमोटर्स से करीब 508 करोड़ रुपये मिले हैं और इस पर जांच चल रही है।
अब सोनी ने अपने वीडियो में क्या दावे किए?
रविवार को महादेव ऐप के प्रमोटर्स के शुभम करीबी सोनी ने दुबई से एक वीडियो संदेश में कुछ दस्तावेज दिखाकर दावा किया है कि 2021 में उसने ही सट्टेबाजी से जुड़ा यह ऐप शुरू किया था। उसने कहा, "मैंने भिलाई में काम शुरू किया और इसमें अच्छी कमाई होने लगी। इसी बीच मेरे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा था। फिर मेरी वर्मा जी से बात हुई और मैंने उन्हें 10 लाख रुपये बतौर सुरक्षा राशि देना शुरू कर दिया।"
मुख्यमंत्री के कहने पर गया था दुबई- आरोपी
सोनी ने दावा किया है कि वर्मा ने उसकी मुलाकात बिट्टू और मुख्यमंत्री बघेल से करवाई थी, जिनके कहने पर वह सट्टेबाजी का कारोबार करने दुबई चला गया। सोनी ने कहा, "दुबई में मेरा काम अच्छा चल रहा था, लेकिन फिर दिक्कत हुई और मेरे कुछ लड़के पकड़े गए। मैं वापस रायपुर आया और मैं फिर वर्मा जी और गिरीश तिवारी के जरिए उस वक्त के पुलिस अधीक्षक (SP) प्रशांत अग्रवाल से मिला।"
सोनी ने बघेल और सरकार पर क्या आरोप लगाए?
सोनी ने आरोप है कि SP अग्रवाल ने उसकी मुख्यमंत्री बघेल से बात करवाई और उसने मामले को संभालने के लिए 508 करोड़ रुपये भी दिए, लेकिन उसे फिर भी परेशान किया गया। सोनी ने कहा, "मैंने ED को लिखित बयान दिया है कि मैंने कितना पैसा किस-किस को कब और किस तरह दिया। मेरी सरकार से गुजारिश है कि मैं इस राजनीतिक व्यवस्था में फंस चुका हूं। मैं वापस भारत आना चाहता हूं, मेरी मदद करें।"
मुख्यमंत्री ने आरोपों पर क्या जवाब दिया?
मुख्यमंत्री बघेल ने सोनी द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा, "मुझे आश्चर्य है कि एक अनजान व्यक्ति के बयान को सभी जिम्मेदार मीडिया संस्थान किस आधार पर चला रहे हैं? सिर्फ इसलिए कि मेरा नाम लिया गया और क्या ये मानहानि का मामला नहीं है?" उन्होंने कहा, "ये वीडियो चुनाव के वक्त क्यों आया है और कैसे आया? इसे समझना भी कठिन नहीं है। ये भाजपा का मेरी छवि धूमिल करने का प्रयास है।"
मैं इस व्यक्ति से कभी नहीं मिला हूं- बघेल
बघेल ने कहा, "मैं इस व्यक्ति को नहीं जानता और न ही इससे कभी मिला हूं, जैसा वो दावा कर रहा है। ये व्यक्ति खुद को महादेव ऐप का मालिक बता रहा है।" उन्होंने कहा, "आश्चर्य की बात है कि जांच एजेंसी को महीनों से ये बात अभी तक पता नहीं थी और इसे वो मैनेजर बता रही थी। छत्तीसगढ़ की जनता सब जान और समझ रही है। वह भाजपा और उसकी जांच एजेंसियों को चुनाव में जवाब जरूर देगी।"
क्या है महादेव ऐप से संबंधित मामला?
महादेव अवैध सट्टेबाजी के लिए बनाए गए ऐप और वेबसाइट का नाम है। इस पर पोकर, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे खेलों पर सट्टा लगाया जाता है। इसे छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने शुरू किया था। ED को शक है दोनों ने इस ऐप से करीब 5,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इस केस में चार्जशीट दायर की जा चुकी है, जिसमें चंद्राकर और उप्पल सहित 14 आरोपियों के नाम शामिल हैं।
केंद्र सरकार ने रविवार को लगाया महादेव ऐप पर प्रतिबंध
केंद्र सरकार ने रविवार को 'महादेव बुक' सहित 22 सट्टेबाजी ऐप और वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है। मामले में ED की कार्रवाई के बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ये कदम उठाया है। केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो महादेव ऐप को बंद करवा सकती थी। दूसरी तरफ बघेल ने इस बात पर सवाल उठाया है कि केंद्र सरकार ने अब तक इस ऐप पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया था।