शराब नीति मामला: AAP सांसद संजय सिंह के घर पर ED का छापा
क्या है खबर?
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापा मारा है।
ED की एक टीम शराब नीति से जुड़े मामले में उनके दिल्ली स्थित घर की तलाशी ले रही है।
इस मामले में ED की चार्जशीट में उनका नाम था और उनके कारीबियों से पूछताछ के बाद ये एक्शन लिया गया है।
इस मामले में पहले ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ED
मई में भी हुई थी तलाशी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंह के आवास पर ED के अधिकारियों की एक टीम तलाशी के लिए पहुंची है।
ये छापेमारी इस मामले में मनीष सिसोदिया के करीबी दिनेश अरोड़ा और YSR कांग्रेस पार्टी के सांसद मगुंटा रेड्डी के बेटे राघव मंगुटा के सरकारी गवाह बनने के एक दिन बाद हुई है।
इसी साल मई में सिंह के 2 करीबियों, अजित त्यागी और सर्वेश मिश्रा, के अलावा उनके दफ्तर की भी ED ने तलाशी ली थी।
चार्जशीट
ED की चार्जशीट में कैसे जुड़ा था संजय सिंह का नाम?
इसी साल जनवरी में संजय सिंह का नाम ED ने अपनी चार्जशीट में जोड़ा था। सिंह ने ED को कानूनी नोटिस भेजने के बाद दावा किया कि उनका नाम गलती से जोड़ा गया है।
ED ने जवाब दिया कि चार्जशीट में उनका नाम 4 जगह है जिसमें से 3 जगह सही है और एक जगह गलती से हो गया है।
हालांकि, सिंह कभी भी आरोपी के रूप में नामित नहीं थे और न ही ED ने कभी उन्हें समन भेजा।
आरोप
संजय सिंह पर क्या आरोप हैं?
ED की चार्जशीट के अनुसार, शराब घोटाले के आरोपी व्यापारी दिनेश अरोड़ा सिंह से मिले थे।
उन्होंने बताया कि सिंह के जरिए ही वह सिसोदिया से मिले और सिंह के कहने पर ही वो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले थे।
सिंह के अनुरोध पर उन्होंने कई रेस्तरां मालिकों से बात की और दिल्ली में आगामी चुनावों के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने के लिए 82 लाख रुपये की व्यवस्था की और चेक सिसौदिया को सौंपा था।
आरोप
कौन है दिनेश अरोड़ा?
दिनेश अरोड़ा दिल्ली के बड़े कारोबारी हैं और रेस्तरां उद्योग में उनका नाम भी काफी है।
2009 में वो इस उद्योग से जुड़े और दिल्ली के हौज खास इलाके में अपना पहला कैफे खोला था।
ED ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि अरोड़ा कथित तौर पर AAP के पूर्व संचार प्रमुख विजय नायर के साथ मिलकर काम कर रहे थे।
विजय नायर को ED ने गिरफ्तार किया था और वो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।
AAP
AAP ने कहा-हम डरने वाले नहीं
AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने सिंह के आवास पर हुई छापेमारी पर कहा, "संजय जी पहले ही कह रहे थे। वो प्रखरता से मोदी-अडानी के मुद्दे को उठा रहे थे। यही कारण है कि आज उनके घर छापेमारी हुई है। उन्हें पहले भी कुछ नहीं मिला था, आज भी कुछ नहीं मिलेगा। मोदी जी सोच रहे हैं कि वो हमें डरा पाएंगे तो हम नहीं डरने वाले, हम उतनी तेज आवाज उठायेंगे।"
विपक्ष
विपक्ष ने कहा- चुनाव तक यही चलेगा
ED की छापेमारी पर समाजवादी पार्टी के नेता घनश्याम तिवारी ने कहा, "यह भाजपा, प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और अडानी का नया तानाशाही मॉडल है। संसद में सांसदों के माइक्रोफोन म्यूट कर दिए जाते हैं और सांसदों को निलंबित कर दिया जाता है।"
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद मनोज झा ने मामले पर कहा , "इसमें कोई हैरानी नहीं है। अब यह सिलसिला चुनाव तक जारी रहेगा। कल न्यूजक्लिक और तमाम पत्रकारों पर छापा पड़ा, आज संजय सिंह पर।"
भाजपा
भाजपा ने शराब नीति मामले में संजय को बताया मुख्य आरोपी
मामले में भाजपा के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, "शराब घोटाले में उनका (संजय सिंह) नाम लगातार आ रहा था। दिनेश अरोड़ा ने अपने बयानों में यह भी कहा कि संजय सिंह ने ही उन्हें मनीष सिसोदिया से मिलवाया था। शराब घोटाले में संजय सिंह की मुख्य भूमिका थी। यही कारण था कि वह हमेशा कहते थे कि ED मेरे घर पर भी छापेमारी करेगी। AAP अपने भ्रष्टाचार के कारण खत्म हो रही है।"
नीति
क्या है शराब नीति घोटाला?
दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2021 में नई शराब नीति लागू की थी, जिसके बाद उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने इसमें अनियमितताओं की आशंका जताते हुए मामले की CBI जांच कराने की सिफारिश की थी।
जुलाई, 2022 में सरकार ने इस नीति को रद्द कर दिया था।
आरोप है कि सिसोदिया ने नीति के जरिए शराब का कारोबार करने वाली कंपनियों को लाभ पहुंचाया और उपराज्यपाल की मंजूरी के उन्हें छूट दी।