क्या है दिल्ली में स्विस महिला की हत्या का मामला और क्यों मानव तस्करी का शक?
19 अक्टूबर को दिल्ली के तिलक नगर में स्विट्जरलैंड की एक महिला का शव बरामद हुआ था और उसकी हत्या के आरोप में पुलिस ने गुरप्रीत नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था। मामले में हर रोज नई जानकारी सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि गुरप्रीत और महिला एक-दूसरे को लंबे समय से जानते थे। पुलिस मानव तस्करी के एंगल से भी मामले की जांच की जा रही है। आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।
जंजीरों से बंधा मिला था महिला का शव
19 अक्टूबर को तिलक नगर में लगभग 30 वर्षीय महिला का जंजीरों से बंधा हुआ शव पड़ा मिला था। जब राहगीरों ने इसे देखा तो दिल्ली पुलिस को सूचना दी। शव सड़ी-गली अवस्था में था, इस आधार पर पुलिस ने अंदाजा लगाया कि उसकी मौत 3-4 दिन पहले हुई। शव के पास से किसी तरह का पहचान पत्र भी नहीं मिला था। बाद में पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और प्रारंभिक जांच शुरू की।
पुलिस आरोपी तक कैसे पहुंची?
पुलिस ने जांच के दौरान CCTV फुटेज खंगाले तो एक सफेद रंग की संदिग्ध कार नजर आई। जब पुलिस ने इसकी जानकारी निकाली तो पता चला कि एक महीने पहले गुरप्रीत नाम के व्यक्ति ने इस कार को खरीदा था। उसने कार किसी अन्य महिला के आधार कार्ड के जरिए खरीदी थी। 19 अक्टूबर की रात को ही पुलिस ने गुरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया और रिमांड पर लेकर पूछताछ की।
पूछताछ में क्या सामने आया?
पूछताछ में पता चला कि पीड़ित महिला का नाम नीना बर्गर है और वो गुरप्रीत को लगभग 2 साल से जानती थी। दोनों की मुलाकात एक डेटिंग साइट के जरिए हुई थी। इसके बाद दोस्ती बढ़ी और गुरप्रीत नीना से मिलने स्विट्जरलैंड भी गया। बाद में गुरप्रीत ने नीना को शादी के लिए प्रपोज किया, जिसे नीना ने ठुकरा दिया। गुरप्रीत को शक था कि नीना के किसी अन्य पुरुष के साथ संबंध है, इसलिए उसने हत्या की योजना बनाई।
आरोपी ने कैसे दिया वारदात को अंजाम?
गुरप्रीत ने घूमने के बहाने नीना को दिल्ली बुलाया। वारदात वाले दिन उसने सरप्राइज देने के बहाने कार में नीना के हाथ-पैर बांध दिए और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने शव को 3 दिन तक कार में रखा था, लेकिन जब बदबू आने लगी तो उसे एक स्कूल के पास फेंक आया। गुरप्रीत के पास 2 कारें हैं। एक कार उसने सिर्फ शव को ठिकाने लगाने के लिए कैश में खरीदी थी।
मानव तस्करी की तरफ कैसे मुड़ी जांच?
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस को गुरप्रीत के घर से 3-4 हथियार, 50 कारतूस, 12 सिम और 4 मोबाइल फोन मिले हैं। इसके अलावा बैंक खाते में लाखों रुपये और घर से 2 करोड़ रुपये की नगदी भी बरामद की गई है। गुरप्रीत के फोन में कई विदेशी महिलाओं की तस्वीरें मिली हैं। जिस कार से लाश को ठिकाने लगाया गया, वो कथित तौर पर देह व्यापार में लिप्त एक महिला के नाम पर है।
मानव तस्करी के एंगल पर पुलिस ने क्या कहा?
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जांच में शामिल एक सूत्र ने कहा, "हमें गुरप्रीत की कई महिलाओं और लड़कियों के साथ तस्वीरें मिली हैं। वीडियो भी हैं। हमें उसके और इन महिलाओं/लड़कियों के बीच की चैट भी मिली हैं। संदेह है कि वह दिल्ली-NCR और उसके आसपास के इलाकों में मानव तस्करी में शामिल था। हालांकि, उसने अभी तक कुछ भी कबूल नहीं किया है, लेकिन हमारे पास मजबूत तकनीकी सबूत हैं।"
विदेश मंत्रालय की मदद ले रही पुलिस
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस अब नीना के परिजनों से संपर्क करने के लिए विदेश मंत्रालय और स्विट्जरलैंड के दूतावास से बात कर रही है। एक अधिकारी ने कहा, "हम परिवार को जल्द से जल्द ढूंढने के लिए विदेश मंत्रालय से मदद मांग रहे हैं।" दूसरी ओर 22 अक्टूबर को स्वीटजरलैंड के दूतावास के कुछ अधिकारियों ने भी तिलक नगर थाने पहुंचकर मामले की जानकारी ली। हालांकि, अभी तक नीना के परिजनों के बारे में कुछ पता नहीं चला है।