ED का दावा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महादेव ऐप से मिले 508 करोड़ रुपये
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दावा किया है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 'महादेव सट्टेबाजी ऐप' के प्रमोटर्स से 508 करोड़ रुपये मिले थे। एजेंसी ने कहा कि बघेल को ये रकम अलग-अलग समय पर मिली और 5 करोड़ रुपये नकदी के साथ पकड़े गए एक आरोपी ने उन्हें ये बताया है। एजेंसी के अनुसार, आरोपी ने ये भी दावा किया कि उसके पास मिली रकम उसे छत्तीसगढ़ चुनाव में खर्च के लिए 'बघेल' नामक राजनेता को देनी थी।
आरोपी को कांग्रेस को पैसे देने के लिए भेजा गया था- ED
अपने बयान में ED ने बताया कि उसे 2 नवंबर को खुफिया जानकारी मिली थी कि महादेव ऐप के प्रमोटर्स द्वारा छत्तीसगढ़ चुनाव में इस्तेमाल के लिए बड़ी मात्रा में नकदी भेजी जा रही है। ED के अनुसार, उसने कार्रवाई करते हुए 5.39 करोड़ रुपये की नकदी के साथ असीम दास को पकड़ा, जिसे सत्तारूढ़ कांग्रेस के चुनावी खर्च के लिए बड़ी मात्रा में नकदी देने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से विशेष रूप से भेजा गया था।
ED का दावा- महादेव ऐप के प्रमोटर्स ने बघेल को कई बार भुगतान किया
ED ने कहा कि असीम दास से पूछताछ, उसके फोन की फॉरेंसिक जांच और महादेव ऐप के बड़े अधिकारी शुभम सोनी द्वारा भेजे गए एक ईमेल की जांच में कई चौंकाने वाली चीजें सामने आईं। ED के अनुसार, इस जांच में पता चला कि महादेव ऐप के प्रमोटर्स छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नियमित तौर पर भुगतान करते रहे हैं और अभी तक लगभग 508 करोड़ दे चुके हैं। उसने कहा कि अभी ये जांच का विषय है।
पुलिस कांस्टेबल के जरिए आता था पैसा- ED
ED ने कहा कि उसने मामले में पुलिस कांस्टेबल भीम यादव को भी गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने दावा किया कि यादव पिछले 3 साल में कई बार अनाधिकारिक तौर पर दुबई गए थे, जहां वे महादेव ऐप के कथित प्रमोटर्स रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर से मिले। ED ने आरोप लगाया कि यादव छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं के लिए महादेव ऐप के प्रमोटर्स से रिश्वत लेने का माध्यम थे। दोनों आरोपी अभी ED की कस्टडी में हैं।
ED के आरोपों का पड़ सकता है छत्तीसगढ़ चुनाव पर असर
बता दें कि ED ने ये आरोप ऐसे समय पर लगाए हैं जब 4 दिन बाद 7 नवंबर को छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान होना है। इसके बाद 17 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा। छत्तीसगढ़ चुनाव में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है और पहले से ही बघेल के कई करीबी ED की रडार पर हैं। ऐसे में भाजपा ED के इन नए और सनसनीखेज आरोपों का अपने पक्ष में इस्तेमाल कर सकती है।
क्या है महादेव ऐप से संबंधित मामला?
महादेव अवैध सट्टेबाजी के लिए बनाए गए ऐप और वेबसाइट का नाम है। इस पर पोकर, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल जैसे खेलों पर सट्टा लगाया जाता है। यूजर व्हाट्सऐप के जरिए इसमें पैसा लगा सकते हैं। इसे छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने शुरू किया था। इस प्लेटफॉर्म को इस तरह से बनाया गया था कि इसमें हमेशा वेबसाइट संचालक की जीत होती थी। मामले में कई बॉलीवुड सितारे भी घेरे में हैं।