महादेव ऐप घोटाला: सरगना सौरभ ने शादी में खर्चे 200 करोड़, निजी विमान से आए मेहमान
छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव ऐप घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ED ने भोपाल, कोलकाता और मुंबई समेत कई जगहों पर छापे मारकर 417 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया है। ED ने करोड़ों की नगदी और जेवरात के साथ कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं। खुलासा हुआ है कि घोटाले के मुख्य सरगना सौरभ चंद्राकर ने अपनी शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
छापे को लेकर ED ने क्या कहा?
ED के मुताबिक, महादेव ऐप अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नियंत्रित करने वाला प्रमुख सिंडिकेट है। इसके जरिए बेनामी बैंक खातों में पैसे भेजे जाते हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से इस ऐप को संचालित किया जाता था। भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल इस ऐप के मुख्य प्रमोटर हैं। सट्टेबाजी के जरिए कमाए गए पैसों को विदेशी खातों में भेजने के लिए हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दिया जाता था।
सौरभ ने UAE में की शादी, 200 करोड़ खर्च किए
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, घोटाले के सरगना सौरभ ने UAE में आलीशान शादी की थी, जिसमें 200 करोड़ रुपये खर्च किए गए। शादी में शामिल होने के लिए रिश्तेदारों को नागपुर से प्राइवेट जेट में ले जाया गया। शादी के कार्यक्रमों में कई मशहूर हस्तियों ने भी प्रस्तुतियां दी थीं। मुंबई के मशहूर वेडिंग प्लानर, डांसर और डेकोरेटर को आयोजन का जिम्मा दिया गया था। इन लोगों को भुगतान करने के लिए हवाला का इस्तेमाल किया गया था।
क्या है महादेव ऐप घोटाला?
महादेव ऐप एक अवैध प्लेटफॉर्म है, जिस पर पोकर, क्रिकेट, बैडमिंटन और अन्य खेलों में सट्टा लगाया जाता है। सट्टे का पैसा बेनामी खातों में जमा होता है और खिलाड़ियों को इन्हीं बेनामी खातों से जीती हुई रकम भी भेजी जाती है। सट्टा लगाने वाली ऐप और वेबसाइट को इस तरह से बनाया गया था कि इसमें हमेशा संचालक की जीत होती थी। ये पूरा धंधा दुबई से चलता था और आरोपी अपने दोस्तों को फ्रेंचाइजी भी देते थे।
5,000 करोड़ का है घोटाला
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घोटाला करीब 5,000 करोड़ रुपये का है। पिछले एक साल में करीब 10 लाख लोगों ने ऐप पर 500 से लेकर 5,000 रुपये तक का सट्टा लगाया है। 2021 में इस घोटाले का खुलासा छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया था। पुलिस का कहना है कि इस रैकेट में 3,033 से अधिक बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया था। अब तक 1,035 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया हैं। इनमें करीब 15.50 करोड़ रुपये जमा है।
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि इस घोटाले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के घर पर भी ED ने छापा मारा था, जिस पर खूब विवाद भी हुआ था। अगस्त महीने में ED ने छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक (ASI) चंद्रभूषण वर्मा, हवाला ऑपरेटर सतीश चंद्राकर, कारोबारी अनिल दम्मानी और सुनील दम्मानी को गिरफ्तार किया था। इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने ही 75 FIR दर्ज की थी।