छत्तीसगढ़ के नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस की बड़ी जीत, बुरी तरह हारी भाजपा
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के 15 नगर निकाय के चुनावों में कांग्रेस ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य चुनाव आयोग ने 370 में से 300 वार्डों के चुनाव परिणाम घोषित कर दिए हैं।
कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 174 वार्डों में जीत हासिल की है, वहीं भारतीय जनता पार्टी सिर्फ 89 वार्डों में जीत पाई है।
इनके अलावा छह वार्डों में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (J) और 31 वार्डों में निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं।
उपचुनाव
15 वार्डों के उपचुनावों में भी कांग्रेस की लहर
नगर निकायों के 15 वार्डों में हुए उपचुनावों में भी कांग्रेस ने बंपर जीत हासिल की है।
यहां कांग्रेस को 11 और भाजपा को सिर्फ एक वार्ड में जीत मिली है, जबकि तीन वार्डों में निर्दलीय जीते हैं।
छत्तीसगढ़ में कुल 15 नगर निकायों में चुनाव हुए थे, जिनमें चार नगर निगम, छह नगर पंचायत और पांच नगर पालिका शामिल थे।
15 नगर निकायों और 15 वार्डों में उपचुनाव के लिए सोमवार सुबह मतगणना शुरू हुई थी।
प्रतिक्रिया
जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता दर्शाते हैं परिणाम- मुख्यमंत्री बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, "सभी नगर निकायों के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में हैं। यह परिणाम राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता को दर्शाते हैं।"
बघेल ने कहा कि लोगों ने राज्य में कांग्रेस के तीन साल के शासन में विश्वास दिखाया है और पार्टी के पक्ष में अपना जनादेश दिया है।
उन्होंने मतदाताओं को धन्यवाद दिया और विजेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी है।
जिम्मेदारी
उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए बघेल बनाए गए वरिष्ठ पर्यवेक्षक
भूपेश बघेल को आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी द्वारा वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
बघेल बुधवार और गुरुवार को उत्तर प्रदेश में चार चुनावी रैलियों को संबोधित कर आज छत्तीसगढ़ वापस लौटे हैं।
छत्तीसगढ़ के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि जीत का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत को जाता है।
मोहन ने कहा कि लोगों ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और उनके प्रभावी क्रियान्वयन पर अपनी मुहर लगाई है।
निराशा
2023 में राज्य को कांग्रेस मुक्त करने के लिए चुनाव में जाएंगे- साई
छत्तीसगढ़ के भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साई ने दावा किया कि परिणाम दिखाते हैं कि भूपेश सरकार अलोकप्रिय हो गई है और यह कांग्रेस मुक्त छत्तीसगढ़ की शुरुआत है।"
उन्होंने आगे कहा कि इस चुनाव में भाजपा के प्रति मतदाताओं की अच्छी प्रतिक्रिया दर्शाती है कि इस सरकार में लोगों का विश्वास कम होता जा रहा है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, "भाजपा कार्यकर्ता राज्य को कांग्रेस मुक्त बनाने के लिए पूरे जोश के साथ विधानसभा चुनाव (2023) में जाएंगे।"