
यूक्रेन में अभी भी मौजूद है 50 भारतीय, वापसी के लिए कुछ ही तैयार- सरकार
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध अभी थमता नहीं दिख रहा है। रूसी सेना के हमलों से हालात बेहत खराब हैं।
इसी बीच खबर है कि ऑपरेशन गंगा के तहत हजारों भारतीयों को निकालने के बाद भी 50 भारतीय अभी भी वहां मौजूद हैं। ये सभी भारतीय यूक्रेन के युद्ध प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं। हालांकि, इनमें कुछ ही लोग वापस आना चाहते हैं।
विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी है।
बयान
यूक्रेन में अभी भी मौजूद है 50 भारतीय- लेखी
विदेश राज्य मंत्री लेखी ने कहा कि करीब 50 भारतीय अभी भी यूक्रेन में हैं और उनमें से कुछ ही वापस लौटने को तैयार हैं। जिन्होंने वापसी की इच्छा जताई है उन्हें लाने के लिए दूतावास के अधिकारियों द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से 22,500 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। इसके अलावा कई नागरिक युद्ध शुरू होने की संभावनाओं के चलते पहले ही लौट आए थे।
वापसी
35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 22,500 नागरिकों की हुई वापसी
इससे पहले 15 मार्च को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी राज्यसभा में कहा था कि ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 22,500 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है। इनमें केरल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और राजस्थान के 1,000-1,000 छात्र थे।
उन्होंने कहा था कि वापस लाए गए छात्रों में से आधे से ज्यादा छात्र रूस से सटे हुए पूर्वी यूक्रेन की यूनिवर्सिटी से थे।
जानकारी
भारत ने 18 देशों के 147 नागरिकों को भी निकाला
बता दें कि सरकार की ओर से यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाए गए ऑपरेशन गंगा अभियान के तहत वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत पर चलते हुए भारतीय नागरिकों के साथ 18 देशों के 147 नागरिकों को भी संघर्ष क्षेत्रों से निकाला है।
निर्णय
कई भारतीय छात्रों ने किया था यूक्रेन में ही ठहरने का निर्णय
विदेश मंत्री ने बताया था कि सरकार के प्रयासों के बावजूद कई छात्रों ने यूक्रेन में रहने का फैसला किया है। सरकार ने उनकी स्थिति को समझते हुए उन्हें रहने की छूट दी थी।
उन्होंने कहा था शैक्षणिक संस्थानों को छोड़ने के लिए एक स्वाभाविक अनिच्छा थी, जो उनकी पढ़ाई को प्रभावित करती। कुछ यूनिवर्सिटी ने सक्रिय रूप से छात्रों को वहीं रहने के लिए कहा और ऑनलाइन पढ़ाई से इनकार कर दिया था।
अन्य
विदेश राज्य मंत्री ने भारत के अन्य अभियानों की भी जानकारी दी
विदेश राज्य मंत्री लेखी ने कहा कि ऑपरेशन गंगा की तरह सरकार पूर्व में भी भारतीयों की वापसी के लिए कई अभियान चला चुकी है।
कोरोना महामारी के दौरान वंदे भारत मिशन और 35 देशों के एयर बबल समझौते के तहत 2.97 करोड़ लोगों को सुविधाएं दी गई है।
इसी तरह तालिबान हमले के बाद ऑपरेशन देवी शक्ति के तहत 669 लोगों को निकाला था। इनमें 448 भारतीय नागरिक, 206 अफगानी और 15 नेपाल, लेबनान और युगांडा के नागरिक थे।
हालात
वर्तमान में कैसे हैं यूक्रेन में हालात?
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। हालांकि, बुधवार को दोनों देशों के बीच इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता के बाद रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और उत्तरी शहर चेर्निहीव में अपनी सैन्य गतिविधियों को कम करने पर सहमति जताई थी।
रूस के रक्षा मंत्री एलेक्जेंडर फॉमिन ने कहा कि युद्ध खत्म करने के लिए हो रही बातचीत में विश्वास बढ़ाने के लिए यह फैसला लिया गया है। हालांकि, पश्चिमी देशों को इस पर भरोसा नहीं है।