लद्दाख की घटना को लेकर रक्षा मंत्री ने की CDS और सेना प्रमुखों के साथ बैठक
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख में हुई घटना पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), तीनों सेनाओं के प्रमुखों और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की है। गौरतलब है कि लद्दाख में गलवान वैली के इलाकों को लेकर भारत और चीन के बीच एक महीने से ज्यादा समय से चल रहा विवाद सोमवार रात हिंसक झड़प में बदल गया। चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर पत्थरों से हमला किया, जिसमें एक कर्नल और दो सैनिक शहीद हो गए।
सीमा पर हो रही मेजर जनरलों की बैठक
लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों सेना के मेजर जनरलों की बैठक चल रही है। समाचार एजेंसी ANI ने जानकारी दी कि बीती रात सीमा पर हुई झड़प के बाद तनावपूर्ण स्थिति को दूर करने के लिए यह बैठक हो रही है।
चीन के पांच सैनिक मारे जाने की खबर
कुछ रिपोर्ट में बताया गया है कि इस झड़प में चीन के पांच सैनिक मारे गए हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने घटना के बाद कहा कि भारतीय सैनिकों ने सोमवार को दो बार सीमा रेखा पार की, 'चीनी कर्मियों को उकसाया और हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों में सीमा बलों के बीच गंभीर शारीरिक टकराव हुआ।' वहीं भारत ने इस बयान का खंडन करते हुए कहा कि LAC को पार नहीं किया गया था।
45 साल बाद चीनी सीमा पर किसी जवान की शहादत
भारत और चीन सीमा पर लगभग 45 साल बाद पहली बार है जब भारतीय सेना के किसी जवान की शहादत हुई है। भारत और चीन के सेना के बीच आखिरी बार गोलीबारी 1975 में अरुणाचल प्रदेश के तुलुंग ला में हुई थी। उसके बाद से लेकर अब तक दोनों देशों की सेना के कभी गोलीबारी की नौबत नहीं आई। 1975 के इस हमले में चार भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। तब चीनी सैनिक सीमा पार भारत में घुस आए थे।
चीनी सैनिकों ने लोहे की नाल, डंडों और पत्थरों से किया हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैन्य अधिकारियों की बैठक में चीनी सैनिकों के वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के उस पार जाने पर सहमति बनी थी, लेकिन उन्होंने इसे मानने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि जो कर्नल चीनी सैनिकों के पीछे हटने पर नजर रखे रहे थे, उन पर चीन की तरफ से लोहे के नाल, कील लगे डंडों और पत्थरों से हमला किया गया। इस पथराव और झड़प के कारण उन्हें और बाकी जवानों को चोटें आईं।
प्रधानमंत्री के साथ बैठक में शामिल होंगे रक्षा मंत्री
चीन के साथ सीमा पर हुई झड़प का प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यह बैठक पूर्व निर्धारित समय पर होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इसमें शामिल होंगे।