यूक्रेन युद्ध का आज 17वां दिन, बाइडन बोले- रूस से सीधे नहीं भिड़ेगा NATO
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध आज 17वें दिन में प्रवेश कर गया है। रूस ने यूक्रेन के शहरों पर हमले बढ़ाए हैं।
दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन में रूस के खिलाफ युद्ध नहीं लड़ेगा। NATO और रूस में सीधी भिड़ंत का मतलब तीसरा विश्व युद्ध होगा।
इसके अलावा बाइडन ने रूस के खिलाफ कई नए प्रतिबंधों का भी ऐलान किया है।
आइये, युद्ध से जुड़ी बड़ी अपडेट्स पर नजर डालते हैं।
यूक्रेन युद्ध
रूस ने बढ़ाई हमलों की रफ्तार
अब तक अपेक्षित सफलता न मिलती देख रूस ने यूक्रेन के शहरों पर हमले बढ़ाए हैं। अब देश के पश्चिमी और मध्य इलाकों में उन शहरों पर भी बम बरसाए जा रहे हैं, जिन्हें अभी तक निशाना नहीं बनाया गया था।
रूसी सेना ने यूक्रेन के चेर्नीहीव और खारकीव शहर की घेराबंदी कर ली है।
रूस पर मेलिटोपोल के मेयर का अपहरण करने का भी आरोप लगा है। यूक्रेन ने इसे इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकियों जैसी हरकत बताई है।
जमीनी हालात
मारियुपोल में स्थिति गंभीर
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसकी सेना ने काला सागर के तट पर स्थित मारियुपोल शहर को चारों तरफ से घेर लिया है। बताया जा रहा है कि रूसी सेना ओडेशा शहर को तीन तरफ से घेरने के लिए आगे बढ़ रही है।
वहीं यूक्रेन की तरफ से कहा गया है कि मारियुपोल में स्थिति गंभीर बनी हुई है। रूस की गोलीबारी के चलते यहां से नागरिकों को सुरक्षित ठिकानों पर नहीं भेजा जा सका है।
जानकारी
रूस ने विदेशी लड़ाकों को लड़ने की अनुमति दी
रूस ने विदेशी लड़ाकों को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उतरने की इजाजत दे दी है। रूस के विदेश मंत्री ने बताया कि मध्य पूर्व के 16,000 लड़ाके रूस समर्थित विद्रोहियों के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ लड़ने को तैयार हैं।
यूक्रेन युद्ध
यूक्रेन का बेलारूस पर हमले का आरोप
यूक्रेन ने कहा है कि रूस का साथ देने के लिए बेलारूस भी हमला करने की योजना बना रहा है।
यूक्रेनी सेना ने कहा कि रूस ने साजिश के तहत यूक्रेन के एयरस्पेस से बेलारूस की सीमाई गांव पर हमला किया है। इस उकसावे भरी कार्रवाई का मकसद बेलारूस की सेना को युद्ध में शामिल करना है।
ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि रूस ने बेलारूस को नए हथियार देने का ऐलान किया है।
UNSC
संयुक्त राष्ट्र ने जैविक हथियारों के दावे का खंडन किया
रूस ने अमेरिका पर यूक्रेन को जैविक हथियार विकसित करने के लिए मदद करने का आरोप लगाते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक बुलाने का अनुरोध किया था।
इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उसके पास यूक्रेन के जैविक हथियार कार्यक्रम के कोई सबूत नहीं हैं।
वहीं अमेरिका और ब्रिटेन ने रूस पर पलटवार करते हुए कहा कि वह रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर विचार कर रहा है।
यूक्रेन संकट
मौतें और शरणार्थी संकट
संयुक्त राष्ट्र ने अब तक युद्ध में 41 बच्चों समेत 564 यूक्रेनी नागरिकों की मौत की पुष्टि की है। हालांकि, यह आंकड़ा कहीं अधिक हो सकता है।
यूक्रेन ने युद्ध में रूस के 12,000 से अधिक सैनिकों को मार गिराने का दावा किया है, जबकि अमेरिका ने रूस के 2,000-4,000 सैनिकों की मौत का अनुमान लगाया है।
वहीं शरणार्थियों की बात करें तो अब तक 25 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं।
चेतावनी
अमेरिका ने रूस को दी चेतावनी
अमेरिका ने रूस को चेतावनी दी है कि अगर वह यूक्रेन में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि वो खुफिया जानकारी की बात नहीं करेंगे, लेकिन रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल पर रूस को भारी कीमत चुकानी पडे़गी।
अमेरिका ने प्रतिबंध बढ़ाते हुए रूस से 'मोस्ट फेवर्ड नेशन' का दर्जा भी छीन लिया है। इससे रूस का अमेरिका के साथ व्यापार करना मुश्किल हो जाएगा।
यूक्रेन
रूस से सीधे तौर पर नहीं भिडे़गा NATO- बाइडन
जो बाइडन ने एक बार फिर दोहराया कि अमेरिकी सेना यूक्रेन में रूस के खिलाफ नहीं लड़ेगी।
उन्होंने कहा, "हम यूक्रेन में रूस के खिलाफ नहीं पड़ेंगे। NATO (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन) और रूस के बीच सीधी भिड़ंत का मतलब तीसरा विश्व युद्ध होगा, जिसे हमें टालने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए।"
यूक्रेन की तरफ से कई बार ऐसी मांग की जा चुकी है कि NATO को रूस के खिलाफ उसका साथ देना चाहिए।