कोरोना वायरस: जापान और चीन से भारतीयों को लेकर दिल्ली लौटे दो विशेष विमान
एयर इंडिया का एक विशेष विमान जापान के योकोहामा बंदरगाह पर खड़े क्रूज शिप पर सवार 100 से अधिक भारतीय नागरिकों को लेकर दिल्ली लौट आया है। अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों को 14 दिनों तक मानेसर में सेना द्वारा तैयार किए गए कैंप में निगरानी में रखा जाएगा। बता दें कि क्रूज शिप पर 3,700 से ज्यादा लोग सवार थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद 3 फरवरी को इसे योकोहामा बंदरगाह पर खड़ा किया गया था।
शिप से कोरोना वायरस से संक्रमित थे 700 लोग
शिप पर सवार लोगों में लगभग 700 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिनमें से 16 भारतीय थे। संक्रमित लोगों में चार की मौत हो गई थी। दूसरे देश भी शिप से अपने नागरिकों को निकाल रहे हैं।
विमान से भारत लौटे इन देशों के नागरिक
विमान की वापसी के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार सुबह 4:50 मिनट पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'टोक्यो से आई एयर इंडिया की उड़ान अभी दिल्ली में उतरी है। इसमें 119 भारतीय और श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू के पांच नागरिक हैं। ये सभी COVID19 के कारण डायमंड प्रिंसेस क्रूज शिप पर अलग रखे गए थे। यात्रा के लिए सुविधा मुहैया कराने के लिए जापान के प्रशासन का धन्यवाद।'
अस्पताल में भर्ती हैं 16 भारतीय
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, क्रूज शिप पर चालक दल के सदस्यों समेत 138 भारतीय नागरिक सवार थे। इनमें से 16 के वायरस से संक्रमित पाए गए, जिन्हें जापान के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इन लोगों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। टोक्यो स्थित भारतीय दूतावास लगातार उनकी रिकवरी पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं तीन भारतीय नागरिकों ने देश लौटने से इनकार करते हुए शिप पर ही रहने की इच्छा जाहिर की है।
वुहान से भारतीयों को लेकर लौटा विमान
जापान से वापस आए लोगों के अलावा भारतीय वायुसेना का एक विमान भी चीन के वुहान से 76 भारतीयों और सात अन्य देशों के 36 नागरिकों को लेकर दिल्ली पुहंचा है। एस जयशंकर ने बताया कि इस विमान में भारत के अलावा बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव, चीन, दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका और मेडागास्कर के नागरिक शामिल हैं। वुहान गए इस विमान में भारत की तरफ से चीन के लिए मेडिकल सहायता भेजी गई थी।
चीन से बाहर दूसरे देशों में फैल रहा वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि दूसरे देशों में कोरोना वायरस के चीन से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं। बीते कल पहली बार ऐसा हुआ जब चीन से ज्यादा नए मामले दूसरे देशों में सामने आए। वहीं चीन में इसकी वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 2,744 पहुंच गई है। यहां 78,497 लोग इससे संक्रमित हैं। पूरी दुनिया की बात करें तो लगभग 82,000 लोगों के इससे संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है।
क्या है कोरोना वायरस?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस एक वायरस परिवार है। इससे पीड़ित होने पर जुकाम, सांस लेने में परेशानी और किडनी फेल होने से मौत तक हो सकती है। यह वायरस पशुओं के जरिए इंसानों में फैलता है। पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर दूसरा व्यक्ति भी इससे संक्रमित हो जाता है। अभी तक इसका उपचार नहीं ढूंढा जा सका है। केवल लक्षणों के आधार पर पीड़ित व्यक्ति का इलाज किया जा सकता है।
ये हैं कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव
इस वायरस से संक्रमित होने पर सबसे पहले बुखार की शिकायत होती है। उसके बाद खांसी और सांस लेने में परेशानी होने लगती है। यह छूने, हाथ मिलाने, खांसने और छींकने से हवा में फैलता है और दूसरे व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है। इससे बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखें, बीमार व्यक्ति के पास जाने से बचें, खांसते या छींकते समय मुंह पर मास्क रखें और बीमार होने पर घर से बाहर निकलने से बचें।