यूक्रेन युद्ध: दो शहरों से नागरिकों की निकासी के लिए रूस ने किया सीजफायर का ऐलान
क्या है खबर?
यूक्रेन में जारी युद्ध के 10वें दिन रूस ने नागरिकों की निकासी के लिए अस्थायी सीजफायर का ऐलान किया है।
रूस ने कहा कि उसकी सेना मॉस्को के समयानुसार 10 बजे से गोलीबारी रोक देगी ताकि मरियोपाोल और वोल्नोवाखा शहर से लोग निकलकर सुरक्षित ठिकानों की तरफ जा सके।
बता दें कि दूसरे दौर की बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच नागरिकों के निकलने और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए कॉरिडोर बनाने पर सहमति बनी थी।
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कई जगह रोके जा सकते हैं हमले
यूक्रेन की तरफ से बातचीत में शामिल मिखाइलो पोडोलियाक ने कहा था कि दोनों पक्ष नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए जल्द से जल्द संचार और सहयोग के इंतजाम करने को तैयार हुए हैं। कुछ जगहों पर लड़ाई को थोड़ी देर रोका जा सकता है।
उन्होंने कहा, "हर जगह नहीं, लेकिन जिन स्थानों पर कॉरिडोर मौजूद होगा, वहां नागरिकों की निकासी तक गोलीबारी और हमले रोके जा सकते हैं।"
दोनों पक्ष तीसरे दौर की बातचीत भी जल्द करेंगे।
यूक्रेन युद्ध
मरियोपोल को रूसी सेना ने घेरा
रणनीतिक रूस से अहम मरियोपोल को रूसी सेना ने चारों तरफ से घर लिया है। शहर के मेयर ने कहा, "हम मानवीय परेशानियों के समाधान और मरियोपोल को बाधामुक्त कराने के सभी संभावित तरीकों पर काम कर रहे है।"
रूसी सेना ने बीती रात यूक्रेन के उत्तरी शहर चेर्निहिव पर भी जोरदार हमला किया था। राजधानी कीव से 143 किलोमीटर दूर इस शहर में पिछले कुछ घंटों में कई हमले हुए हैं, जिसमें 43 लोगों के मरने की खबर है।
यूक्रेन युद्ध
कीव के पूर्वी हिस्से तक पहुंची रूसी सेना
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के पूर्वी हिस्से स्थित बाहरी इलाकों तक पहुंच गई है और शहर में घुसने का प्रयास कर रही है। हालांकि, यूक्रेन के प्रतिरोध के चलते उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ा रहा है।
ब्रिटिश खुफिया एजेंसियों का कहना है कि रूस यूक्रेन की हवाई ताकत को कमजोर नहीं कर पाया, जिसके चलते वह जमीन पर लड़ रही अपनी सेना को जरूरी मदद नहीं पहुंचा पा रहा है।
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मांगें मानी जाती हैं तो बातचीत को तैयार- पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को जर्मन चांसलर के साथ बातचीत में कहा कि वो यूक्रेन मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उनकी मांगें माननी होंगी।
उन्होंने यूक्रेन का गैर-परमाणु दर्जा, क्रीमिया को रूस के हिस्से के तौर पर पहचान देना और पूर्वी यूक्रेन से अलग हुए इलाकों की संप्रभुता को मान्यता देने जैसी मांगें रखी हैं।
पुतिन ने कहा कि वो इन शर्तों के साथ किसी से भी बातचीत को तैयार हैं।
यूक्रेन
युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे हैं 1,000 भारतीय छात्र
केंद्र सरकार ने कहा है कि 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक यूक्रेन से निकल चुके हैं, लेकिन करीब 1,000 छात्र अभी भी युद्धग्रस्त इलाकों में फंसे हुए हैं। इनमें से 300 यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव और 700 सुमी में मौजूद हैं।
विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि वह गोलीबारी के खतरे के बीच छात्रों को नहीं निकालना चाहती, इसलिए स्थानीय सीजफायर के लिए यूक्रेन और रूस के संपर्क में है।