यूक्रेन: अब निकाले जाएंगे सुमी में फंसे भारतीय छात्र, सुरक्षित कॉरिडोर के इंतजाम में लगी सरकार
युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' जारी है। अभी तक 20,000 से भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ जा चुके हैं, लेकिन सैकड़ों छात्र अभी भी युद्धग्रस्त शहर सुमी में फंसे हुए हैं। सरकार ने कहा कि वह यूक्रेन के इस उत्तर पूर्वी शहर में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सभी प्रयास कर रही है। इलाके में सुरक्षित कॉरिडोर और सीजफायर के लिए यूक्रेन और रूस से संपर्क साधा जा रहा है।
अब सुमी पर फोकस- विदेश मंत्रालय
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शनिवार को कहा, "निकासी अभियान में अभी फोकस सुमी पर है। हम छात्रों के संपर्क में हैं और हमें उनकी चिंता है। हमारे छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए अलग-अलग जरियों से यूक्रेन और रूस पर सीजफायर के लिए दबाव बनाया जा रहा है।" बता दें कि सुमी में फंसे छात्रों ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि उन्हें निकालने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
रूस और यूक्रेन एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप
युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को न निकलने देने को लेकर रूस और यूक्रेन एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। रूस का कहना है कि सुमी से रूसी सीमा तक हथियारों के साथ यूक्रेन के लोग मौजूद हैं और वो आवाजाही में बाधा पहुंचा रहे हैं। वो लोगों को लेकर जा रहे काफिलों को निशाना बना सकते हैं। वहीं यूक्रेन का कहना है कि रूसी सेना सुमी में गोलीबारी रोकने के लिए सहमत नहीं हो रही है।
छात्रों को जल्द निकाला जाएगा- राजदूत
यूक्रेन में भारत के राजदूत ने बयान जारी कर कहा कि खारकीव और सुमी को छोड़कर बाकी सभी जगहों से भारतीयों को निकाल लिया गया है। खारकीव में हमलों के बीच भी नागरिकों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी का नतीजा है कि दो दिनों में पिसोचिन से 500 छात्रों को सुरक्षित निकाला गया है। बाकी छात्रों को भी जल्द निकाल लिया जाएगा। वहां फंसे लोगों तक खाना और पानी पहुंचाया जा रहा है।
कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी- राजदूत
राजदूत ने बयान में आगे कहा कि सुमी में फंसे छात्रों को निकालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। छात्रों के साहस और दृढ़ निश्चय की सराहना करते हुए उनसे थोड़ा और संयम रखने को कहा गया है। यूक्रेन की पश्चिमी सीमाओं की तरफ बढ़ रहे छात्रों से सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन और यूक्रेनी अधिकारियों का सहयोग करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि मिलकर इस संकट से पार पाया जा सकता है।
'ऑपरेशन गंगा' के तहत देश लौटे 13,000 से अधिक भारतीय
बागची ने बताया कि पहली एडवायजरी जारी होने के बाद से अब तक 20,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। 'ऑपरेशन गंगा' के तहत 63 उड़ानों में 13,300 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है।
यूक्रेन में क्या है स्थिति?
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध का आज 11वां दिन है। शनिवार को दो शहरों में सीजफायर करने के बाद रूसी सेना ने अब अपने हमलों का दायरा बढ़ाया है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेना ने यूक्रेन के कई शहरों पर कब्जा कर लिया है और दुश्मन के कई लड़ाकू जहाज मार गिराए हैं। दूसरी तरफ यूक्रेन ने अमेरिका से आर्थिक मदद और रूस पर और प्रतिबंध लगाने की मांग की है।