व्लादिमीर पुतिन G20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत नहीं आएंगे, जानें वजह
क्या है खबर?
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अगले महीने नई दिल्ली में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन में व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं होंगे। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने क्रेमलिन के हवाले से ये जानकारी दी है।
पुतिन की जगह रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव नई दिल्ली आएंगे। इससे पहले पुतिन दक्षिण अफ्रीका में हुए BRICS देशों के शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं हुए थे। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
वजह
क्यों भारत नहीं आ रहे हैं पुतिन?
रूस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, "राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सितंबर में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत जाने की कोई योजना नहीं बना रहे हैं। उनका पूरा ध्यान विशेष सैन्य अभियान (यूक्रेन युद्ध) पर है।"
जब पेस्कोव से पूछा गया कि क्या वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्मेलन में हिस्सा लेंगे तो उन्होंने कहा कि उनकी भागीदारी का तरीका बाद में तय किया जाएगा।
2019
आखिरी बार 2019 में G20 सम्मेलन में शामिल हुए थे पुतिन
बता दें कि पुतिन ने आखिरी बार 2019 में जापान में हुए G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था। 2020 में रियाद, 2021 में रोम और 2022 में इंडोनेशिया के बाली में हुए सम्मेलन में भी पुतिन व्यक्तिगत तौर पर शामिल न होकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे। हाल ही में हुए BRIC देशों के शिखर सम्मेलन में भी पुतिन ने व्यक्तिगत तौर पर शामिल होने से इनकार कर दिया था।
गिरफ्तारी
क्या पुतिन को है गिरफ्तारी का डर?
बता दें कि इसी साल मार्च में अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का बढ़ाने और यूक्रेनी बच्चों को अगवा कर रूस ले जाने के आरोप हैं।
हालांकि, रूस ICC का सदस्य देश नहीं है, इसलिए पुतिन की गिरफ्तारी केवल रूस के बाहर ही हो सकती है। पुतिन के भारत ने आने के फैसले को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है।
समिट
9-10 सितंबर को दिल्ली में होगा शिखर सम्मेलन
भारत इस साल G-20 समूह की अध्यक्षता कर रहा है। इस संबंध में 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में शिखर सम्मेलन होना है, जिसमें शामिल होने के लिए सदस्य देशों के राष्ट्र प्रमुख भारत आएंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भी भारत का दौरा करेंगे। इससे पहले G-20 देशों के अलग-अलग मंत्रियों की बैठक भी भारत के कई शहरों में हो चुकी है।
G20
क्या है G-20 समूह?
G-20 एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसमें 20 देश हैं। इसकी शुरुआत 1999 के एशियाई वित्तीय संकट के बाद हुई थी और इसे वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के बीच वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों की चर्चा के लिए एक मंच के तौर पर शुरू किया गया था।
समूह के देशों के पास वैश्विक अर्थव्यवस्था का 80, वैश्विक निर्यात का 75 और आबादी का 60 प्रतिशत हिस्सा है। हर साल समूह का शिखर सम्मेलन होता है।