श्रीनगर में आज से G-20 की ऐतिहासिक बैठक, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आज से G-20 की ऐतिहासिक बैठक शुरू हो रही है, जिसके मद्देनजर यहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं।
श्रीनगर में 24 मई तक G-20 समूह के टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक होनी है, जिसमें सदस्य देशों के 60 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किये जाने के बाद इस क्षेत्र में पहली बार कोई अंतरराष्ट्रीय आयोजन होने जा रहा है।
सुरक्षा
श्रीनगर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
श्रीनगर में G-20 बैठक के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां मरीन कमांडो (MARCOS) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड्स (NSG) को जमीन से हवा तक सुरक्षा देने के लिए तैनात हैं और पूरे इलाके में ड्रोन रोधी इकाईयों को सक्रिय किया गया है।
MARCOS और NSG के जवान संवेदनशील इलाकों पर नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर सीमा सुरक्षा बल (BSF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और सशस्त्र बलों के अलावा पुलिस जवान भी तैनात हैं।
बैठक
शानदार तरीके से सजाई गईं सड़कें
इस बैठक के लिए श्रीनगर के कुछ हिस्सों और शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) की ओर जानी वाली सड़कों को शानदार तरीके से सजाया गया है, जहां यह G-20 बैठक होनी है।
मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारत अपनी G-20 अध्यक्षता के आधे रास्ते पर है और अब तक देशभर में 118 बैठकें हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यटन पर पहले की 2 बैठकों की तुलना में श्रीनगर की बैठक में सबसे अधिक प्रतिभागी आए हैं।
बयान
सबसे अधिक प्रतिनिधि सिंगापुर के
अधिकारियों का कहना है कि इस बैठक में सबसे अधिक प्रतिनिधि सिंगापुर से आए हैं और विशेष रूप से आमंत्रित अतिथि देशों के प्रतिनिधि भी बैठक में भाग ले रहे हैं।
इससे पहले चीन ने जम्मू-कश्मीर में G-20 बैठक आयोजित करने का विरोध किया है, जबकि सऊदी अरब ने इस आयोजन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है।
ऐसा लगता है कि तुर्की ने भी श्रीनगर में हो रही इस बैठक से दूर रहने का फैसला किया है।
चीन
चीन क्यों नहीं हो रहा बैठक में शामिल?
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने शुक्रवार को कहा था, "चीन विवादित क्षेत्रों में किसी भी रूप में G-20 बैठक आयोजित करने का दृढ़ता से विरोध करता है और ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होगा।"
भारत ने चीन के इस बयान का विरोध किया और कहा कि वह अपने क्षेत्र में बैठकें करने के लिए स्वतंत्र है और चीन के साथ सामान्य संबंधों के लिए उसकी सीमा पर अमन-चैन जरूरी है।
ट्रैफिक
पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी
G-20 की बैठक को लेकर पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। श्रीनगर के बुलेवार्ड रोड पर किसी भी ट्रैफिक को चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पुलिस ने G-20 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सड़क मार्ग पर भी किसी अन्य प्रकार की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया है।
इसके अलावा लाल चौक क्षेत्र के दुकानदारों को विशेष पास जारी किए गए हैं, ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी दुकानें खोल सकें।
पर्यटन
G-20 बैठक से जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की बढ़ेगी आमद
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि G-20 देशों की टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक से जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और निवेश में वृद्धि होगी क्योंकि यहां पहले से ही बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटक आते रहे हैं।
बता दें कि G-20 बैठक से पहले श्रीनगर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत फुटपाथों और सड़कों को नया स्वरूप दिया गया है। यहां श्रीनगर हवाई अड्डे से SKICC तक जाने वाली सड़क को विशेष रूप से सजाया गया है।
G-20
क्या है G-20 समूह?
G-20 एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसमें 20 सदस्य देश शामिल हैं। इसकी स्थापना 1999 के एशियाई वित्तीय संकट के बाद हुई थी और इसे वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के बीच वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों की चर्चा के लिए एक मंच के तौर पर शुरू किया गया था।
2008 की आर्थिक मंदी के बाद इसमें राष्ट्राध्यक्षों ने भाग लेना शुरू कर दिया। वर्तमान में भारत इस समूह की अध्यक्षता कर रहा है।