यूक्रेन ने रूस के खिलाफ शुरू की जवाबी कार्रवाई- राष्ट्रपति जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि उनके देश की सेन ने रूस के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में बताने से मना कर दिया कि जवाबी कार्रवाई किस चरण या स्थिति में है। गौरतलब है कि यूक्रेनी सेना ने पिछले कुछ दिनों में पूर्व में बखमुत के पास और दक्षिण में जापोरिजिया के पास अपनी पकड़ मजबूत करते हुए रूसी ठिकानों पर लंबी दूरी के हमले किए हैं।
ड्रोन से हमले की कोशिश कर रहा है यूक्रेन- रूस
BBC के मुताबिक, रूस के कलुगा क्षेत्र के गवर्नर व्लादिस्लाव शापशा ने कहा कि रविवार तड़के स्ट्रेलकोवक गांव के पास एक ड्रोन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। गौरतलब है कि यह इलाका मॉस्को के दक्षिण में स्थित है। बता दें कि रूस ने इससे पहले भी दावा किया था कि यूक्रेन ने ड्रोन के जरिए मॉस्को में स्थित कई इमारतों को निशाना बनाया है। इसमें 2 लोग घायल हो गए थे, जबकि कुछ इमारतों को मामूली नुकसान पहुंचा था।
पुतिन बोले- रूस को हुआ भारी नुकसान
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में साक्षात्कार में कहा था कि यूक्रेनी सैनिकों ने अपना आक्रमण शुरू कर दिया है, लेकिन उनका आगे बढ़ने का यह प्रयास विफल रहा है और उन्हें भारी हताहतों का सामना करना पड़ा है। वहीं रूसी अधिकारियों ने कहा कि जापोरिजिया क्षेत्र में लड़ाई तेज हो गई है और यूक्रेन की सेना रूसी सेना को दो भागों में विभाजित करने के लिए दक्षिण की ओर धकेलने की कोशिश कर रही है।
रूस के कब्जे वाले क्षेत्रों को वापस लेना चाहता है यूक्रेन
बता दें कि यूक्रेन पिछले कई महीनों से रूसी सेना के कब्जे वाले क्षेत्रों में जवाबी हमले की तैयारी कर रहा है। रूस ने पिछले सप्ताह दावा किया था कि उसके सुरक्षाबलों ने यूक्रेनी सेना के दोनेत्स्क क्षेत्र में एक बड़े हमले के प्रयास को नाकाम कर दिया, जिसमें करीब 250 यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई। इसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर खेरसन प्रांत में मौजूद इस प्रमुख बांध को बम से उड़ाने का आरोप लगाया था।
पिछले साल फरवरी से जारी है रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 24 फरवरी, 2022 से जारी है। इस दौरान वैश्विक समुदाय ने कई मौकों पर रूसी राष्ट्रपति पुतिन से युद्ध को समाप्त करने की मांग की है, लेकिन यूक्रेन पर हमले अभी भी जारी हैं। यूक्रेन युद्ध में दोनों तरफ हजारों सैनिकों की मौत हुई है और लाखों यूक्रेनी नागरिकों को विस्थापित होना पड़ा है। युद्ध के चलते रूस पर कई प्रतिबंध लगाए गए हैं और दुनियाभर में महंगाई बढ़ी है।