
कच्छ में पाकिस्तानी सीमा के पास बनेगा 'ऑपरेशन सिंदूर' पार्क, प्रधानमंत्री मोदी की हुई थी सभा
क्या है खबर?
पाकिस्तान की सेना को परास्त करने वाले 'ऑपरेशन सिंदूर' को यादगार बनाने के लिए गुजरात सरकार आगे आई है। वह अभियान को समर्पित एक स्मारक पार्क बनाने की तैयारी कर रही है।
यह स्मारक गुजरात के कच्छ जिले में पाकिस्तानी सीमा के पास बनाया जाएगा, जिसे 'सिंदूर वन' के नाम से भी पुकारा जाएगा।
यह पार्क कच्छ में उस जमीन पर बनाया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद अपनी पहली सार्वजनिक सभा के लिए गए थे।
यादगार
सभी सेनाओं और सुरक्षा बलों को प्रदर्शित करेगा
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, कच्छ के जिला कलेक्टर आनंद पटेल का कहना है कि यह पार्क वन विभाग बना रहा है, जो 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान समाज, सेना, वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और अन्य बलों की एकता को प्रदर्शित करेगा।
यह उच्च घनत्व वाला वन या 'वन कवच' भुज-मांडवी मार्ग पर मिर्जापुर में वन विभाग की 8 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाएगा।
स्मारक को बनने में करीब डेढ़ साल लगेगा, जिसका शुरूआती काम लगभग शुरू हो चुका है।
खासियत
क्या होगी 'सिंदूर वन' की खासियत?
सिंदूर वन 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आधारित थीम पार्क होगा, जो शहरी क्षेत्र में वन का रूप लेगा। यहां एक हिस्सा 22 अप्रैल को पहलगाम में जान गंवाने वालों के लिए भी समर्पित होगा।
वन में जड़ी-बूटियों के अलावा सिंदूर के पौधे प्रमुखता से लगाए जाएंगे और भित्ति चित्र भी होंगे। यह भुज के घने जंगलों में एक होगा।
सिंदूर वन में आने वाले पर्यटकों को 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान इस्तेमाल लड़ाकू उपकरणों और विमानों के डायोरमा भी देखने को मिलेंगे।
हमले
सीमाओं से 600 से अधिक पाकिस्तानी ड्रोन को किया गया था नाकाम
भारत-पाकिस्तान तनाव बढ़ने पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान ने गुजरात के भुज सेक्टर और राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर में मिसाइल और ड्रोन हमले किए थे।
सुरक्षा बलों ने सीमा पार से 600 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन को नाकाम कर दिया था। इसमें से लगभग 40 प्रतिशत हमले गुजरात में हुए जबकि बाकी बाड़मेर सेक्टर में हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अभियान के बाद 26 मई को कच्छ में पहली सार्वजनिक जनसभा को संबोधित किया था।