BRICS देशों की बैठक में बोले प्रधानमंत्री मोदी, आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को BRICS देशों की अनौपचारिक बैठक में आतंकवाद को मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। BRICS देशों के नेताओं की ये बैठक जापान के ओसाका में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई। इससे पहले उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ भी द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें दोनों देशों के रिश्तों को प्रभावित कर रहे आर्थिक और अन्य मुद्दों पर बात हुई।
आतंकवाद को हर तरीके की सहायता बंद करने का अपील
BRICS नेताओं की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक मंदी को दुनिया के सामने खड़ी सबसे बड़ी 3 चुनौतियां बताया। आतंकवाद पर उन्होंने कहा, "आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। ये केवल मासूमों को ही नहीं मारता, बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है।" उन्होंने आतंकवाद और नस्लवाद को हर तरीके की सहायता बंद करने की बात भी कही।
WTO में सुधार को बताया जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी के समान विकास के लिए विश्व व्यापार संगठन (WTO) में सुधार की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था एकतरफा फैसलों की मदद से चलाई जा रही है। बता दें कि WTO वैश्विक स्तर पर व्यापार नीतियां बनाता है। उनके साथ इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राज
क्या है BRICS समूह?
BRICS पांच देशों, ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका, का संगठन है, जिसका मकसद इन देशों में आर्थिक और अन्य तरह का सहयोग बढ़ाना है। इसका गठन 2006 में किया गया था। BRICS का मुख्यालय शंघाई में है। पहले इसमें केवल 4 देश शामिल थे और दक्षिण अफ्रीका को 2010 में इसमें शामिल किया गया। भारत, रूस और चीन जैसे देशों की मौजूदगी के कारण ये दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण संगठनों में से एक बनता जा रहा है।
ट्रम्प और शिंजो आबे से भी मिले मोदी
BRICS देशों के नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ त्रिपक्षीय बैठक भी की। वहीं, ट्रम्प के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेताओं के बीच व्यापार, रक्षा सौदों, ट्रेड वॉर और अन्य अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। प्रधानमंत्री मोदी जिनपिंग और पुतिन के साथ एक अलग त्रिपक्षीय बैठक भी करेंगे, जिसमें अमेरिका के खिलाफ रणनीति पर चर्चा हो सकती है। आज G-20 शिखर सम्मेलन का दूसरा दिन है।