रूस में फंसे एयर इंडिया की फ्लाइट के यात्री, बुजुर्गों की खत्म हो रहीं दवाइयां
एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI173 के 216 यात्री और 16 क्रू सदस्य रूस में फंसे हुए हैं और उन्हें अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को ले जाने के लिए मुंबई से राहत विमान भेजने में देरी हो रही है। नई दिल्ली से सैन फ्रांसिस्को जा रही एयर इंडिया की इस फ्लाइट को मंगलवार को तकनीकी समस्या आने के बाद रूस के मगदान डायवर्ट किया गया था, जहां उसकी इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी।
यात्रियों को मगदान में अव्यवस्थाओं का करना पड़ रहा सामना
एयर इंडिया के विमान की रूस की राजधानी मॉस्को से करीब 10,000 किलोमीटर दूर स्थित मगदान में इमरजेंसी लैंडिंग हुई थी और यहां लोगों को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। बतौर रिपोर्ट्स, शहर के होटलों में जगह नहीं होने के कारण फ्लाइट के अधिकतर यात्रियों को छात्रावास में ठहराया गया है। विमान के कुछ यात्रियों को एक स्कूल में भी भेजा गया है, जहां पर एक कमरे में करीब 20 लोग गद्दों पर सो रहे हैं।
वृद्ध लोगों को हो रही है दवाइयों की कमी- यात्री
विमान में सवार एक यात्री ने NDTV को बताया, "यात्रियों में कई बच्चे और वृद्ध लोग शामिल हैं। हमें बसों में अलग-अलग जगहों पर भेजा गया था। कुछ लोगों को एक स्कूल में भेज दिया गया और वे जमीन पर गद्दे बिछाकर लेटे हुए हैं।" एक अन्य यात्री ने कहा, "यहां का खाना बहुत ही अलग है। सिर्फ मांसाहारी भोजन उपलब्ध है। कुछ लोग सिर्फ ब्रेड और सूप खा रहे हैं। वृद्ध लोगों की दवाइयां खत्म हो हो रही हैं।"
यात्रियों को दी जा रही है आवश्यक सहायता- एयर इंडिया
एयर इंडिया ने बुधवार सुबह बताया था कि मगदान में फंसे यात्रियों को सैन फ्रांसिस्को ले जाने के लिए मुंबई से एक नया विमान भेजा जाएगा। एयरलाइन ने कहा कि इस विमान में खाना और अन्य सामग्री भी भेजी जाएगी। एयरलाइन ने कहा कि यात्रियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है और उन्हें स्थानीय होटलों में ठहराया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
स्थिति पर नजर बनाए हुए है अमेरिका
अमेरिका ने कहा कि वह मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए हुए है। अमेरिकी विदेश विभाग के उपप्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा, "अमेरिका आ रही एक फ्लाइट को रूस में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। यह संभावना है कि फ्लाइट में अमेरिकी नागरिक भी सवार हैं। हम इस स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि फ्लाइट में सवार अमेरिकी नागरिकों की संख्या के बारे में उन्हें सटीक जानकारी नहीं है।