अब कनाडा के आसमान से मार गिराई गई अज्ञात वस्तु, हालिया दिनों में तीसरा मामला
अमेरिका के बाद अब कनाडा के आसमान में नजर आई एक उड़ती हुई वस्तु को मार गिराया गया है। हालिया दिनों का यह तीसरा ऐसा मामला है, जब आसमान में उड़ रहे गुब्बारे और अन्य वस्तुओं को अमेरिकी विमानों ने निशाना बनाया है। इससे पहले शुक्रवार को अलास्का के आसमान पर उड़ रही एक वस्तु को गिराया गया था। बता दें कि चीनी जासूसी गुब्बारे के नजर आने के बाद उत्तरी अमेरिका में अलर्ट जारी है।
सुरक्षाबल करेंगे मलबे की जांच- ट्रूडो
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सबसे पहले देश के उत्तरी इलाके याकुन के आसमान से इस वस्तु को मार गिराने की जानकारी देते हुए कहा कि कनाडाई सुरक्षाबल मलबे को बरामद कर इसकी जांच करेंगे।
स्त्रोत का पता नहीं- कनाडाई रक्षा मंत्री
कनाडा की रक्षा मंत्री अनिता आनंद ने इस वस्तु के स्त्रोत के बारे में कयास लगाने से इनकार दिया। हालांकि, उन्होंने बताया कि इसका आकार सिलेंडरनुमा था और यह अमेरिका में मार गिराए गए जासूसी गुब्बारे से छोटी थी, लेकिन देखने में दोनों में काफी समानता थी। उन्होंने कहा कि यह 40,000 फीट ऊंचाई पर उड़ रही थी और इससे यात्री विमानों को खतरा हो सकता था। उन्होंने बताया कि इससे लोगों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
कनाडाई क्षेत्र में मार गिराई गई वस्तु
अमेरिकी रक्षा विभाग ने बताया कि नॉर्थ अमेरिकन एयरोस्पेस डिफेंस कमांड (NORAD) ने शुक्रवार शाम पहली बार इस वस्तु को अलास्का के आसमान पर देखा था। यहां विमान इस पर नजर रखे हुए थे और यह उड़कर कनाडा के आसमान में चली गई। इसके बाद कनाडा के विमान भी फॉर्मेशन में शामिल हो गए। विभाग ने बताया कि एक अमेरिकी F-22 विमान ने AIM 9X मिसाइल का इस्तेमाल कनाडाई क्षेत्र में इस वस्तु को मार गिराया।
ट्रूडो और बाइडन ने की थी फोन पर बातचीत- व्हाइट हाउस
विभाग ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सेना को कनाडा के साथ मिलकर इस वस्तु को मार गिराने की अनुमति दी थी। इसे लेकर बाइडन और ट्रूडो ने फोन पर बातचीत की थी। वहीं व्हाइट हाउस ने कहा कि दोनों नेताओं ने इन वस्तुओं के मकसद और स्त्रोत का पता लगाने के लिए इनकी बरामदगी के महत्व पर चर्चा की और एयरस्पेस की सुरक्षा के लिए सहयोग जारी रखने पर बातचीत की।
अलास्का में मार गिराया गई थी एक अज्ञात वस्तु
कनाडा से पहले अमेरिका के अलास्का के आसमान में एक और उड़ती हुई वस्तु को मार गिराया गया था। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि उड़ने वाली वस्तु के मकसद और स्त्रोत का पता नहीं लग पाया है। यह 40,000 फीट ऊंचाई पर उड़ रही है और नागरिक विमानों के लिए खतरा थी। इसका आकार चीनी जासूसी गुब्बारे से छोटा था और बाइडन ने इसे मार गिराने के आदेश जारी किए थे।
कुछ दिन पहले नजर आया था चीनी गुब्बारा
अमेरिका के एयरस्पेस में बीते सप्ताह एक चीनी जासूसी गुब्बारा देखा गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह गुब्बारा जिस रास्ते से उड़ रहा था, उसके नीचे कई संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थान पड़ते हैं। गहन विचार के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने इसे मार गिराने के आदेश दिए थे। वहीं चीन का कहना था कि यह रास्ता भटककर अमेरिका पहुंचा है और इस मार गिराने से दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ेगा।