NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / दुनिया की खबरें / COP26: बिजली उत्पादन के लिए कोयले का इस्तेमाल रोकने पर सहमत हुए 40 से अधिक देश
    अगली खबर
    COP26: बिजली उत्पादन के लिए कोयले का इस्तेमाल रोकने पर सहमत हुए 40 से अधिक देश
    बिजली उत्पादन के लिए कोयले का इस्तेमाल रोकने पर सहमत हुए 40 से अधिक देश

    COP26: बिजली उत्पादन के लिए कोयले का इस्तेमाल रोकने पर सहमत हुए 40 से अधिक देश

    लेखन प्रमोद कुमार
    Nov 05, 2021
    04:23 pm

    क्या है खबर?

    स्कॉटलैंड के ग्लासगो में चल रहे जलवायु सम्मेलन COP26 में 40 से अधिक देश कोयले का इस्तेमाल बंद करने पर सहमत हुए हैं।

    कनाडा, पोलैंड, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, यूक्रेन और वियतनाम आदि देशों ने कहा है कि वो ऊर्जा उत्पादन के लिए कोयले का उपयोग बंद करेंगे। इनमें से कुछ 2030 और कुछ 2040 के दशक से कोयला का इस्तेमाल बंद करेंगे।

    धरती का तापमान बढ़ने से रोकने के लिए विशेषज्ञ ऐसे कदमों को जरूरी बता रहे हैं।

    COP26

    कई बड़े देश समझौते से रहे दूर

    COP26 का मेजबान यूनाइटेड किंगडम (UK) कोयले के इस्तेमाल को बंद करवाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

    दूसरी तरफ भारत, ऑस्ट्रेलिया, चीन और अमेरिका ने कोयले का इस्तेमाल बंद करने पर कोई फैसला नहीं लिया है। साथ ही विशेषज्ञ कह रहे हैं कि जो देश कोयला का उपयोग बंद करने का फैसला कर चुके हैं, उनकी समयसीमा बहुत आगे की है।

    गौरतलब है कि कोयले का इस्तेमाल ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन का एक बड़ा कारण है।

    जानकारी

    विकसित देशों के साथ-साथ विकासशील देशों ने भी किए हस्ताक्षर

    UK के व्यापार मंत्री क्वासी क्वार्टेंग ने कहा कि दुनिया के हर कोने से ग्लासगो में इकट्ठा हुए देशों ने ऐलान किया है कि कोयला भविष्य के बिजली उत्पादन में कोई स्थान नहीं रखता। ये महत्वकांक्षी प्रतिबद्धताएं दिखाती हैं कि कोयले का अंत नजदीक है।

    कई विकसित देशों के साथ-साथ विकासशील देशों ने भी इस समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा 100 से अधिक वित्तीय संस्थाएं कोयले के विकास के लिए मदद देना बंद करने पर सहमत हुईं हैं।

    जलवायु परिवर्तन

    कोयले का इस्तेमाल रोकना जरूरी

    जानकारों का कहना है कि अगर धरती के तापमान में बढ़ोतरी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना है तो विकसित देशों को 2030 से पहले कोयले का इस्तेमाल रोकना होगा।

    कोयले का इस्तेमाल बंद करने के अलावा COP26 में बुधवार को ही अमेरिका, इंग्लैंड और डेनमार्क समेत 20 से अधिक सरकारें और वित्तीय संस्थान विदेशों में फॉसिल फ्यूल से चलने वाले संयंत्रों और दूसरे प्रोजेक्ट्स को मदद देना बंद करने पर सहमत हुए थे।

    प्रतिक्रियाएं

    समझौते पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं

    कई कार्यकर्ताओं ने कोयले और फॉसिल फ्यूल के लिए फंड न देने की योजनाओं का स्वागत किया है तो कई इससे सहमत नहीं दिखे।

    द गार्डियन के अनुसार, E3G थिंकटैंक के सोशल डायरेक्टर क्रिस लिटलकोट ने कहा है कि कोयले पर ये प्रतिबद्धताएं एक बड़ा कदम है। आज से दो साल पहले इसके बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था। यह सुधार का एक अच्छा संकेत है।

    वहीं दूसरों का कहना है कि 2030 अभी दूर है।

    आलोचना

    आलोचक क्या कह रहे हैं?

    'फ्रेंड्स ऑफ अर्थ' के निदेशक जेमी पीटर्स कहते हैं कि कोयले को अभी भी कई सालों तक पहले की तरह इस्तेमाल करने की छूट दे दी गई है।

    वहीं क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क यूरोप से जुड़े एलिफ गुंदुज्येली ने कहा कि यह ऐलान गेमचेंजर नहीं है। 2030 तक फेजआउट का ऐलान होना चाहिए थे और वो इस समझौते में हनीं है। कोयला पहले से (रीन्यूएबल एनर्जी से) महंगा है और अब इसमें कोई और पैसा नहीं डालना चाहता।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    पोलैंड
    कनाडा
    जलवायु परिवर्तन
    कार्बन उत्सर्जन

    ताज़ा खबरें

    इंटर मिलान को हराकर पहली बार चैंपियन्स लीग विजेता बनी पेरिस सेंट-जर्मेन, बनाए ये रिकॉर्ड्स  चैंपियन्स लीग
    इजरायल के साथ युद्धविराम पर सहमत हुआ हमास, बंधकों की रिहाई के बदले रखीं ये शर्तें इजरायल
    मिस वर्ल्ड 2025: टूट गया भारत की जीत का सपना, थाईलैंड की सुचाता चुआंग्सरी बनीं विजेता मिस वर्ल्ड
    राजपाल यादव बाेले- बॉलीवुड में अगर नपोटिज्म होता तो मेरे 200 रिश्तेदार यहीं होते राजपाल यादव

    पोलैंड

    बंजी जंपिंग के दौरान हवा में रस्सी खुलने से ज़मीन पर गिरा व्यक्ति, देखें वीडियो वायरल अजब-गजब खबरें
    यह है दुनिया का सबसे छोटा घोड़ा, गिनीज़ बुक में शामिल हुआ नाम अजब-गजब
    आंखों में ब्लैक टैटू बनवाना मॉडल को पड़ा भारी, गंवा बैठी आंखों की रोशनी अजब-गजब खबरें

    कनाडा

    कनाडा छोड़ भारत की नागरिकता लेने जा रहे हैं अक्षय कुमार, खुद किया खुलासा नरेंद्र मोदी
    कितनी भीषण है ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग? 50 करोड़ पशु-पक्षी जलकर मरे ऑस्ट्रेलिया
    ईरान में क्रैश हुए प्लेन को लेकर अब तक क्या-क्या जानकारी सामने आई है? ईरान
    क्या ईरान ने गलती से दाग दी थी यात्री विमान पर मिसाइल? सामने आया वीडियो ईरान

    जलवायु परिवर्तन

    विश्व नेताओं को चुनौती देने वाली 16 वर्षीय छात्रा नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित मलाला यूसुफज़ई
    जलवायु परिवर्तन: ट्रम्प ने फिर लगाए भारत पर आरोप, कहा- न स्वच्छ हवा, न स्वच्छ पानी चीन समाचार
    तेजी से बढ़ रहा है समुद्र का जलस्तर, भारत के इन चार शहरों को बड़ा खतरा मुंबई
    अगर भारत-पाकिस्तान में परमाणु युद्ध हुआ तो मरेंगे 10 करोड़ लोग, आएगा शीत युग- रिपोर्ट भारत की खबरें

    कार्बन उत्सर्जन

    जलवायु परिवर्तन पर भारत क्या कर रहा है और विशेषज्ञ इसे कैसे देखते हैं? चीन समाचार
    जलवायु परिवर्तन: G-20 की वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने पर सहमति- रिपोर्ट जलवायु परिवर्तन
    भारत ने विकसित देशों से तेजी से जीरो कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने को कहा जलवायु परिवर्तन
    COP26: प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा ऐलान- 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल कर लेगा भारत नरेंद्र मोदी
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025