अमेरिका के आसमान में फिर दिखी उड़ने वाली वस्तु, विमान से मार गिराया गया
अमेरिका के एयरस्पेस में चीनी जासूसी गुब्बारे को देखे जाने के एक सप्ताह के भीतर ही एक और अज्ञात उड़ने वाली चीज देखी गई है। व्हाइट हाउस ने बताया अलास्का के आसमान में उड़ रही एक अज्ञात वस्तु को लड़ाकू विमान ने मार गिराया है। व्हाइट हाउस अधिकारी ने बताया कि उड़ने वाली वस्तु के मकसद और स्त्रोत का पता नहीं लग पाया है। यह 40,000 फीट ऊंचाई पर उड़ रही है और नागरिक विमानों के लिए खतरा थी।
राष्ट्रपति ने दिए थे वस्तु को मार गिराने के आदेश
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने सेना को इस वस्तु को गिराने के आदेश दिए थे। उन्होंने आगे बताया कि यह वस्तु चीनी जासूसी गुब्बारे की तुलना में छोटी थी और इसका आकार लगभग एक कार जैसा था। किर्बी ने कहा, "हमें नहीं पता कि यह वस्तु किसी सरकार या कंपनी की थी। हमें इसका असल मकसद पता नहीं चल पाया है।"
नागरिक विमानों के लिए बन सकता था खतरा- किर्बी
किर्बी ने कहा कि गुरुवार देर रात नई वस्तु का पता चला और शुक्रवार दोपहर इसे मार गिराया गया। इसका मलबा कनाडा सीमा के पास उत्तरी अलास्का के पास जमे हुए पानी में गिरा है। उन्होंने कहा कि यह वस्तु जिस ऊंचाई पर उड़ रही थी, उससे यह नागरिक विमानों के लिए 'बड़ा खतरा' बन सकता थी। इसलिए इसे मार गिराने के आदेश दिए गए। इसे मार गिराने से पहले विमान भेजकर इसकी जांच की गई थी।
उड़ने वाली वस्तु में नहीं मिला कोई जासूसी उपकरण- अधिकारी
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट रायडर ने बताया कि इस वस्तु को मार गिराने के लिए F-22 रैप्टर विमान ने AIM-9X का इस्तेमाल किया था। इसी विमान और हथियार से चीन के जासूसी गुब्बारे पर निशाना साधा गया था। कुछ अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को मार गिराई गई वस्तु में जासूसी का कोई उपकरण नहीं मिला है। वहीं कनाडा ने भी अमेरिका के इस फैसले का समर्थन किया है।
कुछ दिन पहले नजर आया था चीनी गुब्बारा
अमेरिका के एयरस्पेस में बीते सप्ताह एक चीनी जासूसी गुब्बारा देखा गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह गुब्बारा जिस रास्ते से उड़ रहा था, उसके नीचे कई संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थान पड़ते हैं। गहन विचार के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने इसे मार गिराने के आदेश दिए थे। वहीं चीन का कहना था कि यह रास्ता भटककर अमेरिका पहुंचा है और इस मार गिराने से दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ेगा।
क्या होते हैं जासूसी गुब्बारे?
जासूसी गुब्बारे बेहद ऊंचाई पर उड़ने वाले मौसम का अनुमान लगाने वाले गुब्बारे जैसे ही होते हैं, लेकिन इनमें उपकरणों का फर्क होता है। इनमें कैमरा और राडार जैसे उपकरण लगे होते हैं। इन्हें सामान्य राडार से पकड़ पाना मुश्किल होता है और ये आमतौर पर 80,000-1,20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं। सैटेलाइट की तुलना में इनसे जासूसी करना आसान और सस्ता होता है। फ्रांस को सबसे पहले 1794 में इनके इस्तेमाल का श्रेय जाता है।