Page Loader
अमेरिका के इस शहर में कुत्तों को घुमाने के लिए रोज आती है बस, वीडियो वायरल
बस में कुत्तों को सैर कराने का वीडियो वायरल

अमेरिका के इस शहर में कुत्तों को घुमाने के लिए रोज आती है बस, वीडियो वायरल

लेखन गौसिया
Jan 26, 2023
02:13 pm

क्या है खबर?

अभी तक आपने बच्चों को स्कूल ले जाने के लिए रोजाना सुबह घर के बाहर बस आती देखी होगी, लेकिन क्या आपने कुत्तों के लिए स्पेशल बस देखी है? जी हां, अमेरिका के अलास्का में रहने वाली एक दंपत्ति स्थानीय कुत्तों को 'डॉग बस' में बैठाकर रोजाना सैर करवाने के लिए ले जाती है। सोशल मीडिया पर इस बस में कुत्तों की सवारी करने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं।

मामला

क्या है मामला?

अलास्का के एक छोटे से शहर स्केगवे में रहने वाली ली और मो थॉंपसन नामक दंपत्ति डॉग वॉकिंग बिजनस चलाती है। इसके तहत वे आसपास के कुत्तों को अपनी डॉग मिनीबस में लेने आते हैं और फिर उन्हें बाहर घुमाते और वॉक कराते हैं। इस दौरान उनकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। थॉंपसन ने सोशल मीडिया पर बस में कुत्तों के चढ़ने और मस्ती करने का एक वीडियो भी शेयर किया है।

वायरल वीडियो

अपनी फिक्स सीट पर खुद बैठ जाते हैं कुत्ते

वीडियो में देखा जा सकता है कुत्तों को लेने के लिए एक बस आती है और कुत्ते पहले से ही उसका कर रहे होते हैं। घूमने के लिए वे इतने खुश होते हैं कि अपनी पूंछ हिलाते हैं और फिर खुद अपनी फिक्स सीट पर जाकर बैठ जाते हैं। बस में एक साथ 12 कुत्ते बैठ सकते हैं। सुरक्षा के लिए बस में हर सीट पर सीटबेल्ट भी लगा है, जिसे कुत्ते के बैठने के बाद लगाया जाता है।

ट्विटर पोस्ट

यहां देखिए कुत्तों के बस में सवारी करने का वीडियो

कारण

सोशल मीडिया पर इस वजह से शेयर किया गया वीडियो

मीडिया से बात करते हुए थॉंपसन ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करने के पीछे का कारण भी बताया है। उन्होंने कहा, "मैंने ये वीडियो सिर्फ कुत्ते के मालिकों को अप-टू-डेट रखने के लिए शेयर किया था। मुझे नहीं पता था कि यह इतना ज्यादा वायरल हो जाएगा और लोगों को इतना पसंद आएगा क्योंकि यह इस शहर में बहुत ही आम है।"

बयान

ऐसे शुरू हुआ कुत्तों को घुमाने का बिजनेस

रिपोर्ट्स के मुताबिक, थॉंपसन ने कुत्तों की सवारी कराने के बिजनेस के बारे में कभी नहीं सोचा था। इसकी शुरुआत सिर्फ उनके सहकर्मियों की मदद करने से हुई। थॉंपसन ने कहा, "हमारे शहर में ऐसा होता है कि लोग एक-दूसरे के कुत्तों को टहलाने ले जाते हैं और ऐसा करते-करते मेरा ग्रुप बड़ा हो गया। लोग मुझे उनके कुत्ते की जांच और व्यवहार संबंधी मुद्दों पर मदद के लिए बुलाने लगे, जिसके बाद मैंने इसके पैसे लेने शुरू कर दिए।"