कनाडा: प्रदर्शनों के बीच लगाया गया इमरजेंसी एक्ट क्या है और यह क्यों लागू होता है?
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने देश में चल रहे प्रतिबंधों को समाप्त करने के लिए सोमवार को इमरजेंसी एक्ट लागू कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी और बंद कनाडा की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। ऐसी किसी भी अवैध और खतरनाक गतिविधि को जारी रखने की इजाजत नहीं दी जा सकती। आइये समझते हैं कि इमरजेंसी एक्ट क्या है और इससे प्रदर्शनों पर कैसे असर पड़ेगा।
क्यों हो रहे हैं कनाडा में प्रदर्शन?
15 जनवरी को कनाडाई सरकार ने एक नियम लागू किया था। इसके तहत कनाडा में प्रवेश कर रहे ट्रक ड्राइवरों को वैक्सीनेशन का सबूत दिखाना अनिवार्य किया गया था। अगर कोई ड्राइवर सबूत नहीं दिखा पाता तो नियम के अनुसार उसे क्वारंटाइन में रहना होगा। इसके विरोध में ट्रक ड्राइवरों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और उन्होंने राजधानी ओटावा में अपना डेरा डाल लिया। इस प्रदर्शन को कनाडा के अलावा दूसरे देशों से भी भारी समर्थन मिला है।
कनाडा में लागू किया गया इमरजेंसी एक्ट क्या है?
इमरजेंसी एक्ट को 1988 में पारित किया गया था और इसे आपात स्थिति के दौरान 'सुरक्षा सुनिश्चित करे के लिए विशेष अस्थायी कदम' उठाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह लागू होने पर सरकार को दूसरे कानूनों में बदलाव का भी अधिकार मिल जाता है। इसमें राष्ट्रीय आपातकाल को ऐसी स्थिति के तौर पर परिभाषित किया गया है, जो गंभीर और अस्थायी हो और जहां लोगों की जान, स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरा हो।
कब लागू किया जा सकता है यह कानून?
यह कानून तभी लागू किया जा सकता है जब अन्य कानूनों के जरिये स्थिति को नियंत्रित न हो सके। इसे लोक कल्याण आपातकाल, कानून व्यवस्था आपातकाल, युद्ध आपातकाल और अंतरराष्ट्रीय आपातकाल के समय लागू किया जाता है। फिलहाल इस कानून के तहत कानून व्यवस्था आपातकाल लागू किया गया है। इसमें राष्ट्र सुरक्षा के खतरों के तौर पर जासूसी, विदेशों से प्रेरित गतिविधियां, हिंसा आदि को दर्ज किया गया है, लेकिन कानूनी प्रदर्शनों को इसके दायरे में नहीं रखा गया है।
कितने दिन लागू रह सकता है कानून?
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, लागू होने के 30 दिन बाद यह कानून हट जाता है। इसे इससे पहले भी आदेश जारी कर खत्म या आगे बढ़ाया जा सकता है। कानून लागू करने के सात दिनों के भीतर सरकार को इसे संसद से पारित करवाना होता है। संसद के पास यह कानून हटाने का भी अधिकार है। इस कानून के लागू रहते हुए बनाए गए नियमों और जारी किए गए आदेशों को कनाडा की अदालतों में चुनौती दी जा सकती है।
यह कानून प्रदर्शनकारियों को कैसे प्रभावित करेगा?
इमरजेंसी एक्ट के तहर सरकार को लोगों के इकट्ठा होने, आवाजाही पर रोक लगाने और कुछ जगहों को नागरिकों द्वारा इस्तेमाल करने पर रोक लगाने का अधिकार मिल जाता है। इसके साथ ही सरकार तय स्थानों की सुरक्षा और सार्वजनिक स्थानों और सेवाओं की बहाली अपने नियंत्रण में ले सकती है। अगर कोई आदेशों का पालन नहीं करता है तो सरकार उस पर भारी जुर्माना लगा सकती है और उसे छह महीनों की सजा दी जा सकती है।
सरकार उठाएगी ये कदम
कनाडा की सरकार ने इमरजेंसी एक्ट के तहत प्रदर्शनकारियों की मदद करने वाले लोगों के बैंक अकाउंट फ्रीज करने का फैसला लिया है और इन प्रदर्शनों में शामिल वाहनों का बीमा निलंबित किया जा रहा है। पुलिस अब प्रदर्शन में शामिल वाहनों को जब्त कर और किसी भी अवैध प्रदर्शन पर रोक लगा सकेगी। सरकार ने सीमाओं, हवाई अड्डों पर राजधानी ओटावा में विरोध प्रदर्शनों पर रोक लगाने की योजना बनाई है।
क्या यह कानून पहले कभी लागू किया गया था?
इस कानून के तहत लोक कल्याण आपातकाल को कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत में लागू किया गया था, लेकिन यह पूरा कानून पहले कभी इस्तेमाल नहीं किया गया था। करीब 52 साल पहले इस कानून को वॉर मेजर एक्ट के तौर पर जाना जाता था और 1970 में एक ब्रिटिश राजनयिक और क्यूबा के नेता के अपहरण के वक्त जस्टिन ट्रूडो के पिता और तत्कालीन प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो ने यह एक्ट लागू किया था।