अमेरिका में संवेदनशील इलाकों के पास उड़ता देखा गया चीन का जासूसी गुब्बारा, लड़ाकू विमान तैयार
क्या है खबर?
अमेरिका इन दिनों एक संदिग्ध जासूसी गुब्बारे पर नजर रख रहा है, जिसे हाल ही में कुछ संवेदनशील इलाकों के ऊपर उड़ते हुए देखा गया है।
सैन्य अधिकारियों का दावा है कि यह जासूसी गुब्बारा चीन का है, जिसे पश्चिमी राज्य मोंटाना की निगरानी करते हुए देखा गया। इस मामले से अमेरिकी राष्ट्रपति को अवगत करा दिया गया है।
हालांकि, चीन की ओर से इस पर अभी को टिप्पणी नहीं की गई है।
मीडिया रिपोर्ट
सेना अलर्ट पर, F-22 सहित लड़ाकू विमान तैयार
रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य अधिकारियों ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि बुधवार को मोंटाना के बिलिंग्स शहर से पहले जासूसी गुब्बारे को अलास्का के अलेउतियन द्वीप समूह और कनाडा में उड़ते देखा गया था।
उन्होंने कहा कि अगर राष्ट्रपति जो बाइडन इसे मार गिराने का आदेश देते हैं तो इसके लिए F-22 लड़ाकू विमान तैयार हैं। बुधवार को मामले को लेकर जनरल मार्क मिले और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक भी की।
परमाणु मिसाइल बेस
मोंटाना की क्यों हो रही है जासूसी?
मोंटाना अमेरिका का एक कम आबादी वाला पश्चिमी राज्य है। इसका मालमस्ट्रॉम एयरबेस अमेरिका के तीन परमाणु मिसाइल क्षेत्रों में से एक है। अधिकारियों का कहना है कि जासूसी गुब्बारा संवेदनशील क्षेत्रों में उड़ान भर रहा था और वह इस पर पूरी नजर बनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इससे हवाई सेवाओं को कोई खतरा नहीं है क्योंकि यह काफी ऊंचाई पर उड़ रहा है।
क्या है चिंता?
सैन्य अधिकारियों की क्या है चिंता?
सैन्य अधिकारी ने बताया कि जासूरी गुब्बारे को मार गिराने से कारण इसके जमीन पर गिरने वाले मलबे से आबादी को खतरा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने वाशिंगटन और बीजिंग स्थित अपने दूतावास में चीनी अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाया है।
हालांकि, गुरुवार को पेंटागन ने सुरक्षा कारणों के चलते इस जासूसी गुब्बारे की वर्तमान स्थिति और अन्य विवरण देने से साफ इनकार कर दिया।
तनाव
अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने के आसार
रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की अगले हफ्ते चीन यात्रा प्रस्तावित है और इस यात्रा से पहले चीन द्वारा इस कथित जासूसी को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना है।
बाइडन सरकार में किसी मंत्री की यह पहली चीन यात्रा है और बीजिंग में दोनों देशों के राजनयिकों के बीच सुरक्षा और कोरोना महामारी समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
एंटनी ब्लिंकन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात करेंगे।